क्या नागपुर हिंसा सुनियोजित थी? बीजेपी विधायक ने सदन में कर दिया बड़ा खुलासा
नागपुर में हुई हालिया हिंसा ने पूरे देश में सनसनी फैला दी है। सवाल यह उठता है कि क्या यह महज संयोग था या इसके पीछे कोई सुनियोजित साजिश थी? 'बाबा बवाल' के नाम से मशहूर बीजेपी विधायक बालमुकुंद आचार्य ने इस मामले में बड़ा दावा किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि भारत में ऐसी घटनाओं की बढ़ती संख्या के पीछे बाहरी कारक हो सकते हैं।
क्या विदेशी एजेंट भारत में हिंसा फैला रहे हैं?
बालमुकुंद आचार्य का कहना है कि पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों के एजेंट भारत में रहकर समाज में अस्थिरता पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय लोग शांति चाहते हैं, लेकिन कुछ लोग उन्हें भड़का रहे हैं और माहौल खराब कर रहे हैं। इस बयान के बाद विपक्षी दलों ने उन पर भड़काऊ बयान देने का आरोप लगाया है।
क्या लोगों को प्रदर्शन के लिए 'दैनिक मजदूरी' दी जा रही है?
भाजपा विधायक ने यह भी दावा किया कि देश भर में हो रहे विरोध प्रदर्शनों में शामिल कई लोगों को यह नहीं पता कि वे किस उद्देश्य से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि बाहरी लोगों को अक्सर पैसे का लालच देकर विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने के लिए लुभाया जाता है। हालाँकि, इस दावे पर अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं मिला है।
वक्फ बोर्ड और शाहीन बाग पर नया विवाद
वक्फ बोर्ड और शाहीन बाग का जिक्र करते हुए बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि इन घटनाओं के पीछे विदेशी ताकतें भी हो सकती हैं। उन्होंने दावा किया कि यह महज संयोग नहीं है बल्कि एक बड़ी रणनीति का हिस्सा हो सकता है। विपक्षी दलों ने उनके बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और इसे एक विशिष्ट समुदाय को निशाना बनाने की साजिश बताया है।
सत्य या राजनीति? मामला गरमाने लगा!
बालमुकुंद आचार्य के इस बयान के बाद नागपुर हिंसा का मुद्दा और संवेदनशील हो गया है। एक ओर जहां उनके समर्थक इसे सच बता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर विपक्ष इसे राजनीति से प्रेरित बयानबाजी बता रहा है। अब सवाल यह उठता है कि क्या यह वाकई कोई बड़ी साजिश है या फिर महज एक राजनीतिक खेल? इसका जवाब तो आने वाले दिनों में जांच के बाद ही पता चलेगा।