अब नोएडा से पकड़ें उत्तराखंड की बसें, जाएंगी हल्द्वानी-ऋषिकेश तक, कितना होगा किराया?
दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले उत्तराखंड के लोगों के लिए अच्छी खबर है। अब नोएडा से देहरादून और हरिद्वार के लिए भी सरकारी बस सेवा शुरू होने जा रही है। उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग से नोएडा डिपो को 50 नई बसें मिलने जा रही हैं। इसे ध्यान में रखते हुए डिपो ने देहरादून और हरिद्वार समेत उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल जिलों में बसें चलाने का निर्णय लिया है। जल्द ही नोएडा डिपो इस संबंध में समय सारिणी भी जारी करेगा, जिसमें यात्री यह देख सकेंगे कि किस स्थान पर जाने के लिए बस कितने बजे उपलब्ध होगी।
आपको बता दें कि अब गर्मी का मौसम शुरू हो गया है। इस गर्मी के मौसम में, छुट्टियों के दौरान, प्रवासी या तो अपने घर लौट जाते हैं या पहाड़ों की यात्रा पर निकल जाते हैं। चूंकि दिल्ली-एनसीआर से उत्तराखंड की दूरी ज्यादा नहीं है, इसलिए लोग उत्तराखंड के पहाड़ों की ओर रुख करते हैं। उत्तराखंड में हरिद्वार, देहरादून, मसूरी, नैनीताल आदि जैसे पर्यटन स्थल हैं, जहां गर्मियों के मौसम में पर्यटकों की भीड़ रहती है।
किराया कितना होगा?
दिल्ली-एनसीआर के पर्यटकों को इन पर्यटन स्थलों तक पहुंचने में कोई कठिनाई न हो, इसके लिए नोएडा डिपो ने अब देहरादून और हरिद्वार के लिए बसें चलाने का निर्णय लिया है। देहरादून जाने वालों के लिए किराया 428 रुपये और हरिद्वार के लिए 381 रुपये प्रति यात्री तय किया गया है। नोएडा डिपो से उत्तराखंड के लिए तीन से चार घंटे के अंतराल पर बसें उपलब्ध रहेंगी। इन बसों को चलाने के लिए ड्राइवरों की भर्ती भी अनुबंध के आधार पर की जाएगी। अब तक 13 ड्राइवरों का परीक्षण किया जा चुका है। 167 कंडक्टरों की भी भर्ती की जाएगी।
हल्द्वानी और ऋषिकेश जाएंगी बसें
नोएडा डिपो से चलने वाली बसें सिर्फ देहरादून या हरिद्वार तक ही नहीं जाएंगी। ये बसें नए रूट पर हल्द्वानी और ऋषिकेश भी जाएंगी। इसका मतलब यह है कि अब आपको नोएडा से ऋषिकेश के लिए सीधी बस मिल जाएगी। यात्रियों की मांग बढ़ने पर कैंचीधाम, नीलकंठ और टपकेश्वर के लिए भी बसें चलाई जा सकती हैं। वर्तमान में नोएडा डिपो से 158 बसें संचालित होती हैं। नई बसों की उपलब्धता से संख्या में 33 प्रतिशत की वृद्धि होगी और यहां से कुल 208 बसों का संचालन किया जाएगा।
नोएडा डिपो के एआरएम ने दी जानकारी
नोएडा डिपो के एआरएम एसएन पांडे ने बताया कि बुलंदशहर रूट पर यात्रियों की संख्या सबसे अधिक है। डिपो को अधिकतम राजस्व भी यहीं से मिलता है। आगरा, एटा, इटावा और सहारनपुर के लिए यात्रियों की संख्या भी अधिक है। नई बसें उपलब्ध होने पर इस मार्ग पर बसों की संख्या बढ़ा दी जाएगी।