उत्तर प्रदेश न्यूज़ डेस्क !!! गांजा और सुल्फा के आदी केवल शहरों तक नहीं अब गांवों के किशोर और युवाओं को भी इसकी लत लग रही है।हाईवे किनारे से गांव से आए युवक मादक पदार्थ खरीदते हैं और जंगल में जाकर नशा करते हैं। टीम को थाने से कुछ कदम की दूरी पर झाड़ियों में ओट लिए कुछ लड़के दिखाई दिए। उन्हें देखकर मन में कुछ सवाल उठे। टीम उनके पास पहुंची तो वे नशा करते हुए मिले। सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि, जिस प्रकार से सिगरेट पी रहे थे, उससे साफ था कि वह सामान्य सिगरेट नहीं थी, उसमें गांजा भरकर पी रहे थे। रिपोर्टर को देखकर वह वह मुंह छिपाने लगे। बताया जा रहा है कि,1 किशोर से पूछा कि क्या कर रहे हो, तो उसने कहा कि तलब लगी है, उसे बुझा रहा हूं। इसके बाद सभी इधर-उधर चल दिए। 1-2 को रोककर सवाल पूछे गए तो वे जवाब देने से बचने लगे। 1 लड़के ने न चाहते हुए कुछ सवालों के जवाब दिए।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, नशा युवा पीढ़ी को अपनी जद में लेता जा रहा है। किशोर भी नशे से नहीं बच पा रहे हैं। बड़े घरों के युवाओं के साथ ही मजदूर के बेटे भी गांजे और सुल्फे का नशा करने के लत लगा रहे हैं। पाकबड़ा थाना क्षेत्र गांजा, सुल्फा, चरस के साथ ही डोडा पाउडर की बिक्री चोरी-छिपे की जा रही है। वहीं, थाना पुलिस इस मामले में चुप्पी साधकर बैठी हुई है। नशे के कारोबारी जिले में मादक पदार्थों को दूसरे जनपदों से तस्करी कर ला रहे हैं।खबरों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि, मादक पदार्थों खेप लाने के बाद उसकी छोटी-छोटी पुड़िया बनाकर अपने एजेंटों को थमा देते हैं। इस प्रकार से मादक पदार्थ आसानी से गली और मुहल्लों में पहुंच जाते हैं। एजेंट अपने-अपने तरीके से पुड़िया को बेचते हैं। कोई इन्हें छोटे हाईवे किनारे खोखे लगाकर बैठे लोगों तक पहुंचाता है तो कोई शिक्षण संस्थानों के आसपास गुपचुप तरीके से बेचते हैं।
मुरादबाद