'यह चड्डी-बनियान गैंग...' महाराष्ट्र में थप्पड़बाज विधायक पर गरजा विपक्ष, कहा– लोकतंत्र को बर्बाद कर रही है सत्ता की गुंडागर्दी
शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ का विवादित वीडियो वायरल होने के बाद महाराष्ट्र में सियासी तूफान खड़ा हो गया है। विपक्षी दल इस घटना को लेकर सत्ता पक्ष पर हमलावर है। हाल ही में शिवसेना नेता गायकवाड़ कैंटीन में खराब खाने को लेकर भड़क गए थे और उन्होंने कैंटीन मैनेजर की पिटाई कर दी थी, जिसका वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में उन्होंने बनियान और गमछा पहना हुआ था। अब विपक्षी नेताओं ने अनोखे अंदाज में उनका विरोध किया है। विपक्षी दलों के कई विधायकों ने बुधवार को विधानसभा में बनियान और गमछा पहनकर इस घटना का विरोध किया। इस दौरान विपक्षी सदस्यों ने शिवसेना पर निशाना साधा और गायकवाड़ की आलोचना की और 'चड्ढी-बनियान गैंग हाय-है' के नारे भी लगाए।
आदित्य ठाकरे और महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन के अन्य नेताओं के नेतृत्व में विपक्षी विधायक मंगलवार को गमछा और बनियान पहनकर विधान भवन पहुंचे और सरकार की गुंडई संस्कृति का मजाक उड़ाया। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) के विधायक आदित्य ठाकरे ने कहा, "यह चड्ढी-बनियान गिरोह बाहुबल और धमकी का सहारा लेता है। वे लोगों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं, कर्मचारियों पर हमला करते हैं और मुख्यमंत्री को उनके गिरोह पर लगाम लगानी चाहिए, अन्यथा उनकी अपनी छवि धूमिल होगी।"
'उसे उसके ही अंदाज़ में सबक सिखाया'
यह विवाद इस महीने की शुरुआत में तब शुरू हुआ जब बुलढाणा से दो बार विधायक रहे गायकवाड़ का आकाशवाणी विधायक निवास स्थित सरकारी कैंटीन में परोसे जाने वाले खाने को लेकर झगड़ा हो गया। दाल और चावल की गुणवत्ता से नाखुश गायकवाड़ बनियान और तौलिया पहनकर कैंटीन में घुस गए, कैंटीन ठेकेदार को खाना सुंघाया और फिर उसे थप्पड़ और घूँसे मारे। वायरल वीडियो में गायकवाड़ ठेकेदार को डाँटते, पैसे देने से इनकार करते और शेखी बघारते हुए दिखाई दे रहे हैं कि उन्होंने उसे 'अपने ही अंदाज़ में' सबक सिखा दिया है। इतना ही नहीं, घटना के एक दिन बाद गायकवाड़ ने फिर चेतावनी दी कि वह इसे दोहराने से नहीं हिचकिचाएँगे।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने घटना की निंदा की
वीडियो वायरल होने के बाद, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस कृत्य की निंदा की। उन्होंने कहा कि इस तरह का व्यवहार विधायकों द्वारा अपनी शक्ति का दुरुपयोग करने का 'गलत संदेश' देता है। फडणवीस ने कहा, 'ऐसा आचरण किसी को भी शोभा नहीं देता। इससे राज्य विधानमंडल और एक विधायक के रूप में उनकी छवि प्रभावित होती है। इससे जनता के बीच सभी विधायकों के बारे में गलत संदेश जाता है कि वे शक्ति का दुरुपयोग कर रहे हैं।'
शिंदे ने गायकवाड़ के कृत्य से खुद को अलग किया
इसी दौरान, एकनाथ शिंदे ने भी गायकवाड़ के कृत्य से खुद को अलग कर लिया। शिंदे ने कहा, 'मैंने संजय गायकवाड़ से कहा है कि उनका कृत्य अनुचित था। मैं उनके कृत्य का समर्थन नहीं करूँगा। अगर कुछ गलत हो रहा है, तो कानूनी कार्रवाई की जा सकती है, लेकिन लोगों की पिटाई अनुचित है।'

