बिस्किट के पैकेट में पैक करके ला रहे थे कई अद्भुत सांप, मुंबई एयरपोर्ट पर हुआ गिरफ्तार

मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर तैनात कस्टम अधिकारियों ने दुर्लभ और संरक्षित जीवों की तस्करी की एक बड़ी कोशिश को विफल कर दिया है। इस सनसनीखेज मामले में अधिकारियों ने एक भारतीय यात्री को गिरफ्तार किया है, जो थाईलैंड से मुंबई पहुंचा था। यह कार्रवाई 1 जून 2025 को की गई, जब थाई एयरवेज की एक फ्लाइट से आए यात्री के व्यवहार पर अधिकारियों को शक हुआ।
थाई एयरवेज से मुंबई पहुंचा था आरोपी
मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी थाई एयरवेज की फ्लाइट नंबर TG317 से मुंबई पहुंचा था। कस्टम विभाग को पहले से ही इस संदिग्ध यात्री के बारे में विशेष सूचना प्राप्त थी। जैसे ही वह व्यक्ति एयरपोर्ट पर पहुंचा, अधिकारियों ने उसे रोककर पूछताछ शुरू की। पूछताछ के दौरान आरोपी का व्यवहार काफी घबराया हुआ और संदिग्ध नजर आया, जिससे अधिकारियों को शक और गहरा हो गया।
बैग से बरामद हुए 52 जीवित और मृत दुर्लभ जीव
अधिकारियों ने जब यात्री के सामान की गहन तलाशी ली, तो उनके होश उड़ गए। जांच के दौरान उसके बैग से कुल 52 जीवित और मृत दुर्लभ प्रजातियों के जीव बरामद किए गए। इन जीवों में कुछ ऐसे भी थे जो वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत संरक्षित श्रेणी में आते हैं, जिनकी तस्करी करना भारतीय कानूनों के तहत गंभीर अपराध है। बरामदगी के बाद तुरंत पंचनामा तैयार किया गया और कस्टम अधिनियम, 1962 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया।
अंतरराष्ट्रीय तस्करी नेटवर्क से जुड़ा हो सकता है मामला
कस्टम विभाग की शुरुआती जांच में यह आशंका जताई जा रही है कि यह मामला किसी अंतरराष्ट्रीय तस्करी नेटवर्क से जुड़ा हो सकता है। अधिकारियों ने फिलहाल इस संभावना से इनकार नहीं किया है और गहन जांच जारी है। आरोपी से पूछताछ कर यह जानने की कोशिश की जा रही है कि वह किन लोगों के संपर्क में था, और इन जीवों को कहां पहुंचाया जाना था।
भारतीय कानूनों के तहत गंभीर अपराध
भारत में वन्यजीवों की तस्करी एक गंभीर आपराधिक कृत्य है। वन्यजीव संरक्षण अधिनियम और कस्टम अधिनियम के तहत ऐसे मामलों में कठोर दंड का प्रावधान है। जीवों की इस तरह की तस्करी न केवल पर्यावरणीय संतुलन के लिए खतरनाक है, बल्कि यह वैश्विक जैव विविधता पर भी एक बड़ा खतरा बनती जा रही है।
निष्कर्ष
मुंबई एयरपोर्ट पर हुई यह कार्रवाई न सिर्फ कस्टम विभाग की सतर्कता को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि भारत अब ऐसे पर्यावरणीय अपराधों को लेकर पहले से कहीं अधिक सजग और सख्त है। अंतरराष्ट्रीय तस्करी नेटवर्क पर शिकंजा कसने की दिशा में यह कदम काफी अहम माना जा रहा है। फिलहाल इस पूरे मामले की जांच जारी है और जल्द ही इससे जुड़े अन्य लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है।