महाराष्ट्र में पन्हाला किले में शिवाजी महाराज ने बिताए थे 133 दिन, अब डिप्टी सीएम ने दी स्मारक बनाने की मंजूरी
महाराष्ट्र विधानसभा में मंगलवार को उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक में कोल्हापुर जिले के विधायकों और लाखों शिव भक्तों की वर्षों पुरानी इच्छा को मंजूरी दी गई। दरअसल, उपमुख्यमंत्री ने पन्हाला किले में शिव स्मारक के लिए 10 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। इस संबंध में सरकार का निर्णय तुरंत जारी कर दिया गया और संबंधित विधायकों को सौंप दिया गया।
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नगर विकास विभाग के माध्यम से 10 करोड़ रुपये की निधि को मंजूरी दी है। इस निर्णय से पन्हाला किले में छत्रपति शिवाजी महाराज का स्मारक स्थापित करने की लंबे समय से चली आ रही इच्छा पूरी होगी। छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन में पन्हाला किले का विशेष महत्व है। शिवाजी महाराज स्वयं इस किले में 133 दिनों तक रहे थे।
'यह किला कई ऐतिहासिक घटनाओं के कारण महत्वपूर्ण है'
कोल्हापुर विधायकों के प्रयासों से आज उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा पन्हाला किले में शिव स्मारक के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया गया है। आपको बता दें कि सिद्धि जौहर द्वारा पन्हाला की घेराबंदी, बाजीप्रभु देशपांडे और बंदाल सेना का बलिदान और स्वराज्य के दूसरे छत्रपति संभाजी महाराज का निवास जैसी तमाम ऐतिहासिक घटनाओं के कारण यह किला महत्वपूर्ण है।
लेकिन फिर भी इस किले पर छत्रपति शिवाजी महाराज की कोई प्रतिमा नहीं लगी, जिसके कारण लंबे समय तक यहां शिव स्मारक बनाने की मांग होती रही। इससे पहले जब पहली बार यह मांग उठाई गई थी, तब तत्कालीन वित्त मंत्री अजित पवार ने इस काम के लिए 5 करोड़ रुपये की निधि मंजूर की थी। लेकिन शिव स्मारक की स्थापना का काम किसी कारणवश रुक गया।
विधायकों के प्रयास सफल रहे।
योजना के अनुसार, अजित पवार की मंजूरी के बाद किले पर स्थित झील के बीच में एक चौक बनाया जाना था और उस पर शिव स्मारक स्थापित किया जाना था। लेकिन किसी कारणवश यह कार्य पूरा नहीं हो सका। अंततः कोल्हापुर के विधायक चंद्रदीप नारके, राजेश क्षीरसागर और प्रकाश अबिटकर ने इस मांग को फिर से प्रमुखता से उठाया और इसके लिए लगातार प्रयास किए। अब कोल्हापुर के विधायकों के प्रयास सफल हो गए हैं।