IIT बॉम्बे में गंभीर सुरक्षा चूक: फर्जी छात्र बनकर 14 दिन तक कैंपस में रहा युवक, क्या था मकसद?

आमिर खान की फिल्म '3 इडियट्स' का एक डायलॉग है- किसी भी स्कूल में पढ़ने के लिए एडमिशन लेने की जरूरत नहीं होती, सिर्फ यूनिफॉर्म अच्छी लगती है... शायद इस डायलॉग को बिलाल अहमद तेली ने असल जिंदगी में चरितार्थ कर दिखाया है। 20 दिनों तक वह भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT बॉम्बे) मुंबई में रहा, लेक्चर अटेंड करता रहा, लेकिन किसी को शक नहीं हुआ कि कैंपस में एक घुसपैठिया 'छात्र' रह रहा है। IIT मुंबई में सुरक्षा चूक का यह एक चौंकाने वाला मामला है। इस घटना ने कई सवाल भी खड़े कर दिए हैं। क्या, इतने प्रतिष्ठित संस्थान की सुरक्षा इतनी ढीली है कि कोई भी इसे चकमा दे सकता है?
क्या थी बिलाल की योजना...?
बिलाल अहमद तेली अब सलाखों के पीछे है। 20 दिनों तक IIT बॉम्बे संस्थान में छिपे पकड़े गए 22 वर्षीय बिलाल अहमद तेली को मुंबई क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। बिलाल को क्राइम ब्रांच ने जालसाजी, जालसाजी, प्रतिरूपण और अतिक्रमण जैसी गंभीर धाराओं के तहत गिरफ्तार किया है। बिलाल से मुंबई पुलिस, मुंबई क्राइम ब्रांच, महाराष्ट्र एटीएस और आईबी के अधिकारियों ने पूछताछ की है। जांच के दौरान क्राइम ब्रांच को पता चला कि बिलाल ने कुछ फर्जी दस्तावेज बनाए थे, जिनका इस्तेमाल कर वह संस्थान के कैंपस में रह रहा था। अब एजेंसियां यह जानने की कोशिश कर रही हैं कि बिलाल अहमद तेली किसी देश विरोधी साजिश का हिस्सा तो नहीं है।
बिलाल पहली बार आईआईटी कैंपस में नहीं घुसा!
आशंका है कि बिलाल अहमद कोई साजिश रच रहा था, क्योंकि उसने अपने मोबाइल फोन से काफी डेटा डिलीट कर दिया था। हालांकि, साइबर लैब की मदद से इस डेटा को फिर से हासिल करने की कोशिश की जा रही है। बिलाल को गुरुवार (26 जून) को कोर्ट में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उसे 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। अब इन 14 दिनों में जांच एजेंसियां बिलाल अहमद तेली की 20 दिनों की साजिश का पता लगाने की कोशिश करेंगी। एक अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुलासा किया कि वह इससे पहले यानी पिछले साल भी करीब एक महीने तक आईआईटी बॉम्बे कैंपस में रुका था। लेकिन, उस समय उस पर किसी की नजर नहीं पड़ी।
कौन है बिलाल अहमद तेली? बिलाल ने एजेंसियों को बताया कि उसे आईटी के क्षेत्र में काफी रुचि है। उसने 12वीं के बाद 6 महीने का सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट का कोर्स किया था। पुलिस ने बताया कि बिलाल के पिता का गारमेंट का कारोबार है। पुलिस को जांच के दौरान तेली के मोबाइल फोन से सिग्नल और आईएमओ जैसे ऐप मिले हैं। पुलिस को दिए बयान में उसने बताया कि उसने कैंपस के कई वीडियो बनाए थे और उन वीडियो को अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट करने वाला था। बिलाल बार-बार अपना ईमेल आईडी बदल रहा था। 20 के दौरान उसने 21 ईमेल आईडी का इस्तेमाल किया।
इसके साथ ही बिलाल अपना मोबाइल नंबर भी बदल रहा था। कैसे पकड़ा गया बिलाल अहमद तेली? बिलाल दिन में आईआईटी बॉम्बे कैंपस में लेक्चर अटेंड करता था और रात में ग्राउंड फ्लोर पर सोफे पर सोता था। पिछले 20 दिनों से बिलाल की यही दिनचर्या थी। कोई उससे पूछता कि वह कौन है तो वह खुद को स्टूडेंट बताता। उसके पास कई फर्जी दस्तावेज थे। लेकिन 21 जून को आईआईटी के एक कर्मचारी ने बिलाल को सोफे पर सोते हुए देखा और पूछा कि वह कौन है। इसके बाद बिलाल डरकर भाग गया। इसके बाद यह पता लगाने की कोशिश की गई कि यह लड़का कौन है? सीसीटीवी फुटेज की मदद से पता चला कि यह लड़का कई दिनों से कैंपस में घूम रहा है। इसके बाद संस्थान की ओर से पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। संस्थान की क्विक रिस्पॉन्स टीम ने बिलाल को पकड़कर पवई पुलिस के हवाले कर दिया।