सुप्रिया सुले के बयान पर सियासी घमासान, फडणवीस ने वारकरी समाज का हवाला देकर दी प्रतिक्रिया
शरद पवार गुट की सांसद सुप्रिया सुले के “मैं नॉन वेज खाती हूं” वाले बयान पर महाराष्ट्र की राजनीति में नया विवाद खड़ा हो गया है। विपक्षी दलों ने इस बयान को धार्मिक भावनाओं से जोड़ते हुए निशाना साधना शुरू कर दिया है।
फडणवीस ने दिया बयान
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह व्यक्तिगत तौर पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। लेकिन उन्होंने इशारों में वारकरी समाज का हवाला देते हुए कहा—
“मैं इसका जवाब नहीं दूंगा, वारकरी भक्त खुद इसका जवाब देंगे।”
वारकरी परंपरा और विवाद का असर
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वारकरी सम्प्रदाय महाराष्ट्र का बड़ा धार्मिक समुदाय है, जो भगवान पांडुरंग (विठोबा) की भक्ति करता है।
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यह परंपरा अहिंसा और सादगी पर आधारित है और इसके अनुयायी शाकाहारी भोजन करते हैं।
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सुप्रिया सुले के बयान को वारकरी समाज की आस्था से जोड़कर राजनीतिक रंग दिया जा रहा है।
राजनीतिक बयानबाजी तेज
एनसीपी (शरद पवार गुट) के नेताओं का कहना है कि सुप्रिया सुले ने यह बात निजी जीवन के संदर्भ में कही थी और इसे अनावश्यक रूप से विवादित बनाया जा रहा है। वहीं भाजपा और अन्य दल इस बयान को समाज की धार्मिक भावनाओं से जोड़कर देख रहे हैं।
आने वाले दिनों में बढ़ सकता है विवाद
महाराष्ट्र की राजनीति में वारकरी समाज का बड़ा प्रभाव माना जाता है। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि इस बयान को लेकर आने वाले दिनों में और बयानबाजी हो सकती है, खासकर तब जब राज्य में चुनावी माहौल बन रहा हो।

