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अब माफी मांगें देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे; किस मामले में उद्धव सेना ने उठाई मांग

उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने हाल ही में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उनके डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे सहित अन्य बीजेपी नेताओं से माफी मांगने की मांग की है..
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उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने हाल ही में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उनके डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे सहित अन्य बीजेपी नेताओं से माफी मांगने की मांग की है। यह विवाद दिशा सालियन मौत मामले में मुंबई पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) की रिपोर्ट के बाद उत्पन्न हुआ है, जिसमें हत्या या साजिश की किसी संभावना को पूरी तरह खारिज किया गया है।

दिशा सालियन मामले की पृष्ठभूमि

दिशा सालियन, जो दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर थीं, 8 जून 2020 को मुंबई के मलाड इलाके में एक इमारत से गिरकर अपनी जिंदगी गंवा बैठीं। उस समय यह मामला काफी सुर्खियों में था और बीजेपी के कुछ नेताओं ने इस मौत को हत्या या साजिश से जोड़ने का आरोप लगाया था। खासतौर पर आदित्य ठाकरे का नाम इस विवादित मामले में सामने आया, जिस पर शिवसेना (यूबीटी) ने तीखा विरोध जताया था।

SIT की रिपोर्ट और उसके नतीजे

मुंबई पुलिस की SIT ने बॉम्बे हाईकोर्ट में अपनी रिपोर्ट में साफ कर दिया कि दिशा सालियन की मौत एक दुर्घटना थी, जिसमें किसी भी प्रकार की साजिश, हत्या या आपराधिक गतिविधि के कोई संकेत नहीं मिले। जांच में सभी गवाहों के बयान, फॉरेंसिक रिपोर्ट और मोबाइल डेटा का गहन विश्लेषण किया गया। SIT ने स्पष्ट किया कि दिशा सालियन की मौत गिरने के कारण हुई और इस मामले में किसी की भी संलिप्तता साबित नहीं हुई।

संजय राउत का तीखा रुख

SIT की रिपोर्ट आने के बाद शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने बीजेपी नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने राजनीतिक स्वार्थ के लिए आदित्य ठाकरे और शिवसेना की छवि खराब करने की कोशिश की। उन्होंने कहा, “अब देवेंद्र फडणवीस को आदित्य ठाकरे से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। नितेश राणे, नारायण राणे के बेटे, फडणवीस, एकनाथ शिंदे समेत बीजेपी के अन्य नेताओं को भी इस मामले में माफी मांगनी चाहिए।”

राउत ने जोर देते हुए कहा कि बीजेपी नेताओं ने जानबूझकर दिशा सालियन की मौत मामले में आदित्य ठाकरे का नाम घसीटकर उनके चरित्र हनन की कोशिश की है। उनका कहना है कि इन झूठे आरोपों ने न केवल आदित्य ठाकरे की छवि खराब की, बल्कि महाराष्ट्र की राजनीति को भी गंदा किया। अब जब सच्चाई सामने आ चुकी है, तो नेताओं की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वे माफी मांगें।

राजनीतिक पृष्ठभूमि और प्रतिक्रियाएं

यह मामला महाराष्ट्र की राजनीति में पहले से ही व्याप्त तनाव और प्रतिद्वंद्विता को और बढ़ा देने वाला साबित हुआ है। शिवसेना के दो धड़े—उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना—बीजेपी के साथ गठबंधन और विरोध के बीच जूझ रहे हैं। इस बीच, दिशा सालियन मामले को लेकर बीजेपी नेताओं की टिप्पणी ने राजनीतिक विवाद को हवा दी।

SIT की रिपोर्ट के बाद शिवसेना (यूबीटी) ने इसे बीजेपी की राजनीतिक साजिश करार दिया है और आरोप लगाया है कि बीजेपी द्वारा चालित यह अभियान बदले की भावना से प्रेरित था। संजय राउत ने कहा कि यह झूठा अभियान न केवल एक परिवार की प्रतिष्ठा पर हमला था, बल्कि पूरे राजनीतिक माहौल को विषाक्त करने वाला था।

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