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'जिंदगी में नहीं देखा ऐसा मंजर, चश्मदीद ने बताया कितना भयानक था मुंबई बोट हादसा

'जिंदगी में नहीं देखा ऐसा मंजर, चश्मदीद ने बताया कितना भयानक था मुंबई बोट हादसा

बुधवार शाम मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया और एलीफेंटा गुफाओं के बीच बड़ा हादसा हुआ। भारतीय नौसेना की स्पीडबोट 'नीलकमल' नौका से टकरा गई, जिससे नौका पलट गई। इस दुखद घटना में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 115 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। दो लोग अभी भी लापता हैं और दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। इस घटना के बाद एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे राजस्थान के जालौर जिले में रहने वाले एक व्यक्ति ने अपने मोबाइल फोन से बनाया है।

मुंबई नाव दुर्घटना कैसे हुई?
नीलकमल नौका में सवार लोग एलीफेंटा गुफा के लिए रवाना हुए। शाम को एक नौसेना स्पीडबोट का नियंत्रण खो गया और वह एक नौका से टकरा गई। नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि स्पीडबोट के इंजन का परीक्षण चल रहा था, लेकिन इंजन में तकनीकी खराबी के कारण चालक ने नियंत्रण खो दिया। घटना के बाद पानी में अफरा-तफरी मच गई। लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे। भारतीय नौसेना, तटरक्षक बल और पुलिस ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया है। इस अभियान में चार नौसेना हेलीकॉप्टर, 11 जहाज और तीन समुद्री पुलिस नौकाएं शामिल थीं।

मुंबई पोर्ट के चश्मदीदों ने बताई पूरी कहानी
घटना के गवाह अन्य नाव चालकों ने दुर्घटना को अत्यंत भयावह बताया। मुंबई पोर्ट ट्रस्ट के पायलट आरिफ ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में ऐसा भयावह दृश्य कभी नहीं देखा। उन्होंने कहा कि हमने सबसे पहले महिलाओं और बच्चों को बचाया। इस बीच, राजस्थान के जालौर निवासी श्रवण कुमार ने हादसे का वीडियो बना लिया। उनका कहना है कि नौसेना की स्पीडबोट स्टंट कर रही थी और तभी यह दुर्घटना हुई।

80 लोगों की क्षमता वाली नाव पर 110 यात्री सवार थे।
सूत्रों के अनुसार, नौका की क्षमता 80 लोगों की थी, लेकिन उसमें इससे अधिक यात्री सवार थे। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। दुर्घटना में बचे नाथूराम चौधरी की शिकायत के आधार पर नौसेना के स्पीड बोट चालक और अन्य जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच जारी है।

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