नागपुर में 'लव जाल' रचकर ठगी करने वाली महिला गिरफ्तार, कई पुरुषों से की थी शादी कर ऐंठे लाखों रुपये
नागपुर पुलिस ने एक ऐसी महिला को गिरफ्तार किया है जो ‘लव जाल’ में फंसाकर पुरुषों से शादी करती थी और फिर उनसे मोटी रकम ऐंठकर फरार हो जाती थी। आरोपी महिला के खिलाफ पहले से ही कई राज्यों में शिकायतें दर्ज थीं और उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लंबे समय से प्रयासरत थी। महिला को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वह एक और शिकार की तलाश में घूम रही थी।
पुलिस के अनुसार, आरोपी महिला की पहचान 35 वर्षीय रचना (परिवर्तित नाम) के रूप में हुई है। वह खुद को अविवाहित बताकर मैट्रिमोनियल वेबसाइट्स और सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती थी। वहां पर वह पुरुषों से दोस्ती करती थी, फिर भावनात्मक रूप से जोड़कर जल्दी शादी कर लेती थी। शादी के बाद वह कुछ ही दिनों में पति और उसके परिवार से पैसे, गहने, महंगे सामान आदि लेकर अचानक गायब हो जाती थी।
नागपुर क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बताया कि महिला के खिलाफ मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, और महाराष्ट्र में कई शिकायतें दर्ज हैं। अब तक की जांच में सामने आया है कि महिला ने कम से कम सात पुरुषों से शादी की है और उनसे करीब 50 लाख रुपये की ठगी की है।
पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद आरोपी ने स्वीकार किया कि वह आर्थिक तंगी से बचने और ऐशो-आराम की जिंदगी जीने के लिए यह रास्ता अपनाती थी। वह खुद को कभी बैंक कर्मचारी तो कभी सरकारी अधिकारी की बेटी बताकर लोगों को भरोसे में लेती थी। उसके जाल में फंसे लोग पढ़े-लिखे और नौकरीपेशा थे, जिन्हें उसने चतुराई से ठगा।
आरोपी महिला के पास से पुलिस ने कुछ नकद राशि, कई सिम कार्ड, नकली पहचान पत्र और कुछ महंगे आभूषण बरामद किए हैं। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस ठगी रैकेट में उसके साथ और कौन-कौन लोग शामिल हैं।
पीड़ितों में से कई पुरुषों ने बताया कि महिला शुरुआत में बहुत सरल और भरोसेमंद दिखती थी। वह परिवार से घुलमिल जाती थी और शादी के बाद कुछ हफ्तों तक सामान्य व्यवहार करती थी। लेकिन फिर अचानक किसी न किसी बहाने से पैसे मांगती और उसके बाद गायब हो जाती थी।
फिलहाल महिला को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और पुलिस उसकी पूर्व शादियों और ठगी के अन्य मामलों की छानबीन कर रही है। नागपुर पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे ऑनलाइन रिश्तों में सतर्क रहें और विवाह जैसे महत्वपूर्ण फैसले लेने से पहले पूरी जांच-पड़ताल करें।
यह मामला एक बार फिर यह चेतावनी देता है कि तकनीक और सोशल मीडिया के दौर में जालसाजी के तरीके भी हाईटेक होते जा रहे हैं, और लोगों को भावनाओं के साथ-साथ सतर्कता भी बरतनी चाहिए।

