नागपुर के पॉश इलाके में सैलून की आड़ में चल रहा था सेक्स रैकेट, क्राइम ब्रांच की छापेमारी में खुलासा
नागपुर में क्राइम ब्रांच ने एक बड़े सेक्स रैकेट का पर्दाफाश करते हुए शहर को हिलाकर रख दिया है। यह रैकेट शहर के पॉश इलाके बैरामजी टाउन में संचालित हो रहा था, जिसे एक सैलून की आड़ में चलाया जा रहा था। पुलिस की छापेमारी के बाद रैकेट के पूरे नेटवर्क का खुलासा हुआ है।
कार्रवाई के दौरान पुलिस ने मौके से दो दलालों — आशीष ठाकुर और संगीता भीमटे — को गिरफ्तार किया है, जबकि इस रैकेट का एक अन्य मुख्य आरोपी विवेक ठाकुर फिलहाल फरार है। पुलिस ने बताया कि विवेक की तलाश के लिए कई जगहों पर दबिश दी जा रही है।
छापेमारी में पांच पीड़ित युवतियों को दलालों के चंगुल से मुक्त कराया गया है। ये सभी युवतियां आर्थिक तंगी और धोखे के चलते इस धंधे में धकेली गई थीं। पुलिस ने बताया कि इन्हें नौकरी और मॉडलिंग के झूठे वादे करके लाया गया था, और फिर सैलून में जबरन जिस्मफरोशी के धंधे में धकेला गया।
सूत्रों के मुताबिक, यह रैकेट लंबे समय से इस इलाके में सक्रिय था और उच्च वर्ग के लोगों को टारगेट करके ग्राहकों को बुलाया जाता था। सैलून की आड़ में चल रहे इस धंधे को इतने चतुराई से अंजाम दिया जा रहा था कि आस-पास के लोगों को भी इसकी भनक तक नहीं थी।
पुलिस को जब गुप्त सूचना मिली तो क्राइम ब्रांच की एक टीम ने नकली ग्राहक बनाकर सैलून में छापा मारा। अंदर का दृश्य देखकर पुलिस भी हैरान रह गई। वहां से आपत्तिजनक सामग्री और ग्राहकों की एक डायरी भी बरामद हुई है, जिसमें कई नाम शामिल हैं।
डीसीपी (क्राइम) राहुल माकिन ने बताया कि यह एक सुनियोजित गिरोह है, जो शहर के अलग-अलग हिस्सों में इस तरह के सैलून की आड़ में अवैध गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। उन्होंने कहा कि इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
पुलिस rescued युवतियों की काउंसलिंग कर रही है और उन्हें सुरक्षित पुनर्वास की प्रक्रिया में मदद दी जा रही है।
फिलहाल पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 370 (मानव तस्करी), 34 (साझा अपराध), और अनैतिक देह व्यापार रोकथाम अधिनियम (PITA) के तहत मामला दर्ज किया है।
यह कार्रवाई न सिर्फ पुलिस की सतर्कता को दर्शाती है, बल्कि इस बात का भी संकेत है कि महानगरों के अंदरूनी इलाकों में किस तरह अपराध पनप रहे हैं। नागपुर पुलिस ने आम नागरिकों से भी अपील की है कि यदि उन्हें किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि की जानकारी मिले, तो तुरंत स्थानीय थाने को सूचित करें।

