Samachar Nama
×

महाराष्ट्र सरकार ने शनि शिंगणापुर के शनैश्वर मंदिर ट्रस्ट को भंग किया, जिला कलेक्टर को सौंपा प्रबंधन

महाराष्ट्र सरकार ने शनि शिंगणापुर के शनैश्वर मंदिर ट्रस्ट को भंग किया, जिला कलेक्टर को सौंपा प्रबंधन

महाराष्ट्र सरकार ने शनि शिंगणापुर स्थित शनैश्वर मंदिर ट्रस्ट बोर्ड को भंग करने का फैसला लिया है। यह कार्रवाई ट्रस्ट पर लगे धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद की गई है। मंदिर ट्रस्ट पर आरोप थे कि उन्होंने मंदिर का प्रबंधन ठीक से नहीं किया और श्रद्धालुओं से फर्जी ऐप के जरिए धन वसूलने जैसी गतिविधियों में शामिल रहे।

सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया कि मंदिर ट्रस्ट के कामकाज में गंभीर अनियमितताएं पाई गई हैं। इसके चलते मंदिर का पूरा प्रबंधन अब जिला कलेक्टर को सौंप दिया गया है, जो आगे से मंदिर की देखरेख और संचालन की जिम्मेदारी संभालेंगे।

श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों का कहना है कि यह कदम लंबे समय से अपेक्षित था। ट्रस्ट पर आरोप थे कि उन्होंने मंदिर में होने वाले दान और अनुदान का पारदर्शी लेखा-जोखा नहीं रखा और फर्जी तरीके से धन का प्रबंधन किया। अधिकारियों का कहना है कि जिला कलेक्टर के सीधे नियंत्रण में आने के बाद मंदिर संचालन और श्रद्धालुओं की सुविधाओं में सुधार की संभावना बढ़ गई है।

विशेषज्ञों का कहना है कि धार्मिक स्थलों के ट्रस्ट और प्रबंधन में पारदर्शिता बनाए रखना आवश्यक है। जब ट्रस्ट में भ्रष्टाचार और अनियमितताएं सामने आती हैं, तो सरकार द्वारा इस तरह की कार्रवाई करना आवश्यक और न्यायसंगत माना जाता है।

मंदिर प्रशासन अब जिला कलेक्टर के नियंत्रण में रहेगा, जो श्रद्धालुओं की सुरक्षा, मंदिर में साफ-सफाई, पूजा सामग्री की व्यवस्था और आर्थिक प्रबंधन सुनिश्चित करेंगे। अधिकारियों का कहना है कि भविष्य में ट्रस्ट बोर्ड को पुनर्गठित करने से पहले सख्त निगरानी और मानक संचालन प्रक्रियाओं को लागू किया जाएगा।

स्थानीय नागरिकों और भक्तों ने इस कदम का स्वागत किया है और कहा कि इससे मंदिर में होने वाले अनियमित कार्यों पर लगाम लगेगी। उनका मानना है कि अब श्रद्धालु भरोसे और विश्वास के साथ मंदिर में दर्शन और पूजा कर पाएंगे।

सरकार का यह निर्णय यह भी संदेश देता है कि धार्मिक संस्थानों के प्रबंधन में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व होना अनिवार्य है। यदि कोई ट्रस्ट अपने कर्तव्यों का सही ढंग से पालन नहीं करता है, तो प्रशासन द्वारा कड़े कदम उठाए जा सकते हैं।

अंततः, महाराष्ट्र सरकार द्वारा शनि शिंगणापुर के शनैश्वर मंदिर ट्रस्ट को भंग करना और जिला कलेक्टर को प्रबंधन सौंपना मंदिर प्रशासन में सुधार और श्रद्धालुओं के हित में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल मंदिर संचालन में पारदर्शिता आएगी, बल्कि भक्तों और जनता का विश्वास भी मजबूत होगा।

Share this story

Tags