'केस हो जाए तो डरना तो पड़ेगा ही', औरंगजेब विवाद को लेकर कोर्ट के निर्देश पर पुलिस स्टेशन में हाजिरी देने पहुंचे अबू आजमी

समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आज़मी औरंगजेब पर टिप्पणी के लिए उनके खिलाफ दर्ज मामले के सिलसिले में पुलिस के सामने पेश होने के लिए मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन पहुंचे। यहां पहुंचने के बाद उन्होंने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि मैं छत्रपति संभाजी महाराज और शिवाजी महाराज का सम्मान करता हूं। अगर बिना कुछ किए ही केस दर्ज हो जाएगा तो डरना तो लाजिमी है।
अगर केस हुआ तो डरना पड़ेगा- आजमी
जब अबू आज़मी हस्ताक्षर करने के लिए मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन पहुंचे, तो उन्होंने इंडिया टीवी से कहा कि अगर बिना कुछ किए उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया तो उन्हें डर लगेगा; मैं छत्रपति संभाजी महाराज और शिवाजी महाराज का आदर करता हूं। मैंने इस मामले में अग्रिम जमानत ले ली है। मुझे पुलिस स्टेशन जाकर तीन दिन तक हस्ताक्षर करने होंगे। इसमें कोई मामला दर्ज करने लायक नहीं था, लेकिन अब जब बिना कुछ किए ही मामला दर्ज किया जा रहा है, तो मैं निश्चित रूप से डरा हुआ हूं। लोग मुझे आतंकवादी कह रहे हैं.
महापुरुषों के अपमान का मामला बनना चाहिए।
विधानसभा को लेकर उन्होंने कहा कि मैं भी चाहता हूं कि विधानसभा ठीक से चले। वर्तमान स्थिति को देखते हुए, मुझे सरकार से डर लग रहा है और छत्रपति संभाजी महाराज और शिवाजी महाराज के प्रति मेरे मन में बहुत सम्मान है। अगर कोई महापुरुषों का अपमान करता है तो उसके खिलाफ मामला दर्ज कर उसे सजा मिलनी चाहिए।
कोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाई - आज़मी
इससे पहले मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन पहुंचने से पहले अबू आज़मी ने एएनआई से बात की और कहा, "मैं मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन जा रहा हूं। मुझे जमानत मिल गई है। कोर्ट ने मुझे तीन दिनों तक पुलिस स्टेशन जाकर पुलिस के सामने हस्ताक्षर करने को कहा है। कोर्ट ने खुद पुलिस से पूछा कि क्या उन्होंने उसका बयान पढ़ा है, पुलिस ने कहा नहीं, जिस पर कोर्ट ने कहा कि आपने इस तरह से एफआईआर कैसे दर्ज की।"