मुंबई में पहली बार कबूतरों को दाना डालने पर मामला दर्ज, माहिम की घटना ने बढ़ाई बहस
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में कबूतरों को सार्वजनिक रूप से दाना डालने पर पहली बार मामला दर्ज किया गया है, जिससे स्वास्थ्य और पर्यावरण से जुड़े मुद्दों पर एक नई बहस छिड़ गई है। यह अनोखा और अहम कदम माहिम इलाके में उठाया गया, जहां एलजी रोड पर एक व्यक्ति अपनी कार से उतरकर सड़क किनारे कबूतरों को दाना डालता नजर आया।
मौके पर मौजूद अधिकारियों ने बताया कि उक्त व्यक्ति के खिलाफ स्वास्थ्य नियमों के उल्लंघन और सार्वजनिक स्थान पर गंदगी फैलाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार, अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं।
मुंबई नगर निगम (BMC) और स्वास्थ्य विभाग लंबे समय से शहर में कबूतरों की बढ़ती आबादी को लेकर चिंतित हैं। डॉक्टरों और विशेषज्ञों का मानना है कि कबूतरों की बीट से हवा में ऐसे कण फैलते हैं जो एलर्जी, सांस संबंधी बीमारी और क्रिप्टोकॉक्कोसिस जैसी फंगल बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चेतावनी
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि कबूतरों की बीट में मौजूद बैक्टीरिया और फंगस फेफड़ों को प्रभावित करते हैं, जिससे पल्मोनरी फाइब्रोसिस और हाइपरसेंसिटिविटी न्यूमोनाइटिस जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।
BMC की पहल
मुंबई नगर निगम पहले भी कई बार कबूतरों को दाना डालने से रोकने की अपील कर चुका है। अब पुलिस के इस पहले एक्शन को कानूनी रूप से दिशा देने वाला कदम माना जा रहा है। BMC अधिकारियों का कहना है कि सार्वजनिक स्थलों पर कबूतरों को दाना डालने से न केवल गंदगी फैलती है, बल्कि अनियंत्रित जनसंख्या वृद्धि और सार्वजनिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है।
स्थानीय लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया
इस कार्रवाई पर स्थानीय लोगों की प्रतिक्रियाएं मिली-जुली रही हैं। कुछ नागरिकों ने इस कदम को जरूरी और स्वागतयोग्य बताया, तो वहीं कुछ लोगों का कहना है कि धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंच सकती है, क्योंकि दाना डालना कुछ समुदायों के लिए आस्था से जुड़ा हुआ है।

