नवी मुंबई के तुर्भे एमआईडीसी (MIDC) इलाके में शनिवार तड़के एक बड़ा हादसा होने से टल गया, जब वहां स्थित एक केमिकल कंपनी में अचानक आग लग गई। यह घटना सुबह करीब 3:00 बजे की है, जब अधिकांश कर्मचारी छुट्टी पर थे और परिसर में गतिविधियां कम थीं। गनीमत यह रही कि इस अग्निकांड में कोई हताहत नहीं हुआ।
घटना की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। दमकलकर्मियों की तत्परता और कुशलता से कुछ ही घंटों में आग पर काबू पा लिया गया। आग बुझाने की कार्रवाई में आसपास के इलाकों से भी दमकल दस्तों की मदद ली गई।
स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, आग पर नियंत्रण पाने में लगभग दो घंटे लगे। घटनास्थल पर सुरक्षा के लिहाज से पुलिस और बचाव दलों को भी तैनात किया गया था। फिलहाल कंपनी परिसर को पूरी तरह से सुरक्षित घोषित कर दिया गया है, लेकिन किसी भी आशंका के मद्देनजर वहां निगरानी रखी जा रही है।
आग किस कारण से लगी, इस बारे में अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि, शुरुआती अनुमान है कि आग केमिकल रिसाव या शॉर्ट सर्किट के कारण लगी हो सकती है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दे दिए गए हैं और संबंधित विभाग मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रहे हैं।
तुर्भे एमआईडीसी क्षेत्र में औद्योगिक इकाइयों और केमिकल फैक्ट्रियों की संख्या काफी अधिक है, ऐसे में इस तरह की घटनाएं बड़ी चिंता का विषय बन जाती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि केमिकल कंपनियों में सुरक्षा मानकों का पालन बेहद जरूरी है, क्योंकि हल्की सी चूक भी बड़े हादसे का कारण बन सकती है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि तड़के तेज आवाज और धुंए के बाद उन्हें आग की सूचना मिली। कई लोगों ने फौरन दमकल विभाग को फोन कर जानकारी दी, जिससे समय रहते रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया जा सका।
इस घटना के बाद नवी मुंबई महानगरपालिका (NMMC) और फायर डिपार्टमेंट ने सभी केमिकल यूनिट्स को सुरक्षा ऑडिट कराने और अग्निशमन उपकरणों की जांच के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही, कंपनियों से कहा गया है कि वे अपने कर्मचारियों को फायर सेफ्टी की ट्रेनिंग दें और हर स्थिति के लिए आपातकालीन योजना तैयार रखें।
फिलहाल इस मामले में किसी प्रकार के नुकसान का विस्तृत ब्यौरा सामने नहीं आया है। घटना की विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति पूरी तरह स्पष्ट होगी। जांच पूरी होने तक फैक्ट्री में किसी भी प्रकार के कामकाज पर रोक लगा दी गई है।
यह घटना एक बार फिर दर्शाती है कि औद्योगिक इलाकों में सुरक्षा इंतजाम चाक-चौबंद रखने की कितनी जरूरत है। वक्त रहते की गई कार्रवाई ने जहां एक बड़े हादसे को टाल दिया, वहीं यह घटना भविष्य के लिए एक चेतावनी भी है।

