किशनगंज के फतेहपुर थाना क्षेत्र स्थित कब्रिस्तान से बुधवार (26 मार्च 2025) को मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में एक व्यक्ति का शव निकाला गया। लगभग 26 दिन पहले उन्हें यहीं दफनाया गया था। मृतक मुजम्मिल के भाई नोमान आलम ने जिला मजिस्ट्रेट विशाल राज और पुलिस अधीक्षक सागर कुमार से न्याय की गुहार लगाई है। इसके बाद एक मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया। बुधवार को कब्र खोदी गई और शव बाहर निकाला गया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
दरअसल, 27 फरवरी 2025 को मुजम्मिल नामक व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। मृतक के भाई नोमान आलम ने पुलिस अधीक्षक सागर कुमार को दिए आवेदन में कहा था कि उसके भाई की अज्ञात स्थान पर हत्या कर शव को घर के आंगन में लाकर रख दिया गया। उस समय जब वह मामला दर्ज कराने थाने जा रहे थे तो कुछ लोगों ने उन्हें धमकाया और थाने नहीं जाने दिया।
एक ही गांव के दंपत्ति पर हत्या का संदेह
नोमान आलम ने गांव के ही सोहेल और उसकी पत्नी पर हत्या का संदेह जताया है। उन्होंने बताया कि सोहेल और उसकी पत्नी अरशदी ने उसके भाई की हत्या कर दी और शव को आंगन में छोड़ दिया। नोमान का कहना है कि सोहेल से शादी करने से पहले अरशदी की उसके भाई मुजम्मिल से जान-पहचान थी और इस वजह से पति-पत्नी के बीच अक्सर झगड़े होते रहते थे।
मौत का रहस्य पोस्टमार्टम से पता चलेगा।
कब्र से शव निकाले जाने की सूचना मिलने पर घटनास्थल पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। एफएसएल टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए हैं। एसडीपीओ गौतम कुमार ने बताया कि 21 मार्च 2025 को फतेहपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। अनुसंधान के लिए शव को कब्र से बाहर निकाला गया है। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ पता चल सकेगा।