कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने रविवार (23 मार्च, 2025) को विकास और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर बिहार की नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान उनके साथ बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु और नवनियुक्त बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार भी पटना में मौजूद थे।
मीडिया को संबोधित करते हुए श्री खेड़ा ने कहा कि बिहार सत्याग्रह और क्रांति की जन्मभूमि है, लेकिन मौजूदा सरकार ने पिछले 20 सालों में बिहार के साथ धोखा किया है। “बिहार के लोग पलायन करने को मजबूर हैं। बिहार में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, लेकिन उसका उपयोग नहीं हो रहा है। हाल ही में सीएजी की रिपोर्ट आई, लेकिन उस पर संसद या विधानसभा में चर्चा नहीं हो रही है। उसे टीवी पर दिखाने की भी अनुमति नहीं है, इसलिए हमने उसे आपके सामने लाने की कोशिश की है,” श्री खेड़ा ने कहा।
कांग्रेस नेता ने कहा, "बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के स्वास्थ्य को लेकर सभी चिंतित हैं, लेकिन बिहार के स्वास्थ्य को लेकर कोई चिंतित नहीं है। आधे से अधिक अस्पतालों में डॉक्टर, नर्स और दवाइयों की कमी है। 86% विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी है और यह सरकार की रिपोर्ट है, कांग्रेस की नहीं।" श्री खेड़ा ने कहा कि बिहार के बच्चों में कुपोषण की स्थिति बहुत खराब है और बिहार की किशोरियों में एनीमिया की समस्या बढ़ गई है। जाति आधारित सर्वेक्षण के लाभों को लागू न करने की साजिश रची गई और यह अदालती मामले में फंस गया और जानबूझकर यह सुनिश्चित किया गया कि इसे अदालत के सामने ठीक से पेश न किया जाए जबकि तेलंगाना ने इसे लागू किया। अगर बिहार को बदलना है, तो बिहार की सरकार को बदलना होगा।