भारत में प्रतिदिन करोड़ों यात्री यात्रा करते हैं। जिनके लिए रेलवे द्वारा हजारों रेलगाड़ियां चलाई जाती हैं। जब किसी को लंबी दूरी की यात्रा करनी हो। अधिकांश यात्री पहली ट्रेन लेते हैं। यात्रियों को ट्रेन में काफी आराम और सुविधाएं मिलती हैं। यही कारण है कि भारतीय रेल को देश की जीवन रेखा भी कहा जाता है।
विशेष अवसरों पर रेलवे द्वारा कई रेलगाड़ियां चलाई जाती हैं। हाल ही में होली बीती है। होली के अवसर पर रेलवे द्वारा कई विशेष रेलगाड़ियां चलाई गईं। अब रेलवे ने ट्रेनों से जुड़ा एक नियम बदल दिया है। जिससे वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को फायदा होगा।
पिछले कुछ समय से ट्रेनों में काफी भीड़ बढ़ गई है। इसके कारण भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। इसको लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेलवे के नियमों में बदलाव किया है। अब रेलवे द्वारा उतनी ही संख्या में टिकटें जारी की जाएंगी। जिससे यात्रियों की संख्या को नियंत्रित किया जा सकेगा। यानि अगर आप इन ट्रेनों में यात्रा करेंगे। तो आपकी कन्फर्म टिकट मिलने की संभावना बढ़ जाती है। आपको बता दें कि इसके लिए रेलवे की ओर से रेल कर्मचारियों के लिए नए डिजाइन के कार्ड और यूनिफॉर्म भी बनाए जा रहे हैं।
देश के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत की रेलवे आत्मनिर्भर है। कोरोना महामारी के बाद से रेलवे अपने खर्चों को अपने राजस्व से पूरा कर रहा है और समय के साथ इसकी स्थिति और भी मजबूत होती जा रही है। पिछले कुछ वर्षों में रेलवे के राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। 10 वर्षों में रेलवे द्वारा 34,000 किलोमीटर रेल पटरियां बिछाई गई हैं।
इस प्रकार 50,000 किलोमीटर रेल पटरियों की मरम्मत की गई है। रेलवे ने देश में 12,000 फ्लाईओवर और अंडरपास बनाए हैं। इसके अलावा हर साल 1400 इंजन बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा रेल मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि देश में 13 हजार से ज्यादा यात्री ट्रेनें चल रही हैं। इनमें 4,111 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें, 3,313 पैसेंजर और 5,774 उपनगरीय ट्रेनें शामिल हैं।