राजस्थान के कोटा जिले की लाडपुरा तहसील के राजस्व खण्ड रसूलपुर का नाम अब रामपुर है। राज्य सरकार ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। जैसे ही यह अधिसूचना जारी हुई, गांव में जश्न शुरू हो गया। लोगों ने गांव में भगवा रैली निकाली। इस दौरान भगवा ध्वज भी फहराए गए। इसके साथ ही आतिशबाजी भी की गई।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हरी झंडी दे दी।
आपको बता दें कि करीब 3 महीने पहले राज्य सरकार ने इस गांव का नाम बदलने का प्रस्ताव रखा था। यह प्रस्ताव किसी भी आपत्ति/सहमति के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजा गया था। मंजूरी मिलने के बाद अब राज्य सरकार ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है।
रसूलपुर से रामपुर बने गांव की खास बातें जानिए
गांव निवासी योगेश रेनवाल का कहना है कि इस गांव की सभ्यता प्राचीन है। यहां नागा साधुओं का अखाड़ा और रामस्नेही संप्रदाय का रामद्वारा है। आज भी यहां कई संतों की समाधियां मौजूद हैं। यहां 1300 साल पुराना चंद्रसाल मठ और हिंदू संस्कृति से जुड़े कई प्रतीक मौजूद हैं।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की मेहनत रंग लाई
ग्रामीणों का कहना है कि स्थानीय विधायक कल्पना देवी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयासों से यह संभव हो पाया है। अब भविष्य में इस गांव का नाम रसूलपुर के स्थान पर रामपुर लिखा जाएगा। जिला कलेक्टर को नाम परिवर्तन से प्रभावित अभिलेखों में संशोधन करने के लिए अधिकृत किया गया है।
आपको बता दें कि अब गांव का नाम बदलने के बाद ग्रामीणों को अपने सरकारी दस्तावेजों में भी संशोधन कराना होगा। संशोधन के बाद ही उनके दस्तावेजों में गांव का नाम रसूलपुर से बदलकर रामपुर हो जाएगा।