बेहतर कनेक्टिविटी के लिए देश भर में एक्सप्रेसवे बनाए जा रहे हैं। किसी भी राज्य और देश के विकास में एक्सप्रेसवे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनके निर्माण से न केवल लोगों की परिवहन प्रणाली में सुधार होगा बल्कि व्यापार विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। पिछले कुछ वर्षों में कई एक्सप्रेसवे बनाए गए हैं। वहीं, कई निर्माण कार्य अभी भी जारी हैं। वर्तमान में देश में लगभग 11 एक्सप्रेसवे निर्माणाधीन हैं। इनका निर्माण कार्य इस वर्ष के अंत तक पूरा हो सकता है। आइए जानें इस सूची में कौन-कौन से एक्सप्रेसवे शामिल हैं।
वर्ष 2025 में 11 एक्सप्रेसवे का निर्माण पूरा हो जाएगा। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से उत्तर प्रदेश, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, बिहार, गुजरात, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में रहने वाले करोड़ों लोगों को लाभ होगा। एक्सप्रेसवे न केवल लोगों को आसान परिवहन प्रदान करते हैं बल्कि राज्यों के आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन 11 एक्सप्रेसवे के खुलने से भारत की तस्वीर बदल जाएगी। इन दिनों देश में केंद्र सरकार द्वारा बनाए जा रहे 11 एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य चल रहा है। इनका निर्माण इस वर्ष पूरा हो जाएगा। आइये जानते हैं इस एक्सप्रेसवे का नाम क्या है?
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे (85 किमी)
मेरठ से प्रयागराज, गंगा एक्सप्रेसवे (594 किमी)
दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे (669 किमी)
अमस-दरभंगा एक्सप्रेसवे (189 किमी)
अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेसवे (109 किमी)
इंदौर-हैदराबाद एक्सप्रेसवे (768 किमी)
चेन्नई-सलेम एक्सप्रेसवे (274 किमी)
सूरत-चेन्नई एक्सप्रेसवे (1,271 किमी)
रायपुर हैदराबाद एक्सप्रेसवे (568 किमी)
आगरा-अलीगढ़ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (65 किमी)
गोरखपुर-सिलीगुड़ी हाई स्पीड एक्सप्रेसवे (519)
मेरठ से प्रयागराज तक की यात्रा 6 घंटे में पूरी होगी।
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे लखनऊ, उन्नाव, रायबरेली से होकर गुजरेगा। इसकी दूरी 85 किलोमीटर होगी। हाईवे के निर्माण के बाद कानपुर से लखनऊ पहुंचने में मात्र 40 से 45 मिनट का समय लगेगा। मेरठ-प्रयागराज गंगा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के 12 जिलों से होकर गुजरेगा। इसकी दूरी 594 किलोमीटर होगी। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद लोगों का सफर आसान हो जाएगा। जिस यात्रा में पहले 10 से 12 घंटे लगते थे, वह अब मात्र 6 घंटे में पूरी हो जाएगी।
दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे
दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे की दूरी 669 किमी होगी। यह एक्सप्रेसवे हरियाणा, पंजाब और जम्मू-कश्मीर के कई जिलों से होकर गुजरेगा। इसके निर्माण से माता वैष्णो देवी के दर्शन करने वाले लोगों की यात्रा आसान हो जाएगी। दिल्ली से कटरा जाने में केवल 6 घंटे लगेंगे। अमस-दरभंगा एक्सप्रेसवे बिहार राज्य का पहला एक्सप्रेसवे है, जिसकी कुल लंबाई 189 किलोमीटर है। यह एक्सप्रेसवे गया, औरंगाबाद, पटना, वैशाली, समस्तीपुर, अरवल और जहानाबाद जिलों से होकर गुजरेगा। इस यात्रा को पूरा करने में केवल 4 घंटे लगेंगे।
एक्सप्रेसवे का सारा काम साल के अंत तक पूरा हो जाएगा।
109 किलोमीटर लंबे अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य मार्च तक पूरा होने की संभावना है। इसके शुरू होने से गुजरात के लाखों लोगों को प्रतिदिन लाभ मिलेगा। अनुमान है कि उपरोक्त सभी एक्सप्रेसवे इस वर्ष के अंत तक चालू हो जायेंगे। इनके निर्माण से भारत के विकास को गति मिलेगी। लोगों की यात्रा आसान हो जाएगी और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।