6 अप्रैल से मेहंदीपुर बालाजी धाम में शुरू होगा हनुमान जन्मोत्सव, वीडियो में देखें सजावट के साथ अन्य तैयारियां जोरों पर
उत्तर भारत के प्रमुख और आस्था से परिपूर्ण धार्मिक स्थल मेहंदीपुर बालाजी धाम में इस वर्ष हनुमान जन्मोत्सव का आयोजन बेहद भव्य और दिव्य रूप में किया जाएगा। भक्तों की भारी भीड़ और उत्साह को देखते हुए 11 दिवसीय विशेष उत्सव की रूपरेखा तैयार की गई है, जिसकी शुरुआत रामनवमी के शुभ अवसर पर 6 अप्रैल से होगी।
मंदिर में सजावट और भक्तों के स्वागत की तैयारियां जोरों पर
हनुमान जन्मोत्सव के आयोजन को लेकर बालाजी दरबार, सीताराम मंदिर और पूरे मंदिर परिसर को आकर्षक सजावट से सजाया जा रहा है। फूलों, लाइटिंग और पारंपरिक कलाकृतियों से सजे मंदिर परिसर को देखने के लिए देशभर से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। आयोजकों के अनुसार, इस बार जन्मोत्सव में लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है, ऐसे में सुरक्षा, चिकित्सा और व्यवस्थाओं को लेकर प्रशासन भी पूरी तरह सक्रिय है।
धार्मिक अनुष्ठानों का सिलसिला 6 अप्रैल से
6 अप्रैल, रामनवमी से शुरू होने वाले इस उत्सव में हनुमान चालीसा पाठ, सुंदरकांड, अखंड रामायण पाठ, भजन संध्या और विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया जाएगा। हनुमान जयंती के मुख्य दिन, श्रद्धालु बालाजी को तेल चढ़ाने, नारियल अर्पण करने और विशेष हवन में भाग लेने के लिए दूर-दूर से आएंगे।
संतों और भक्तों का जुटान
इस दौरान देश के कोने-कोने से साधु-संत, महंत और श्रद्धालु बालाजी के दर्शन के लिए मेहंदीपुर आएंगे। आयोजकों ने बताया कि भजन मंडलियों और कीर्तनकारों को भी बुलाया गया है, जो दिन-रात हनुमानजी की महिमा का गुणगान करेंगे।
प्रशासन ने भी कसी कमर
श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने और उन्हें सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रशासन और पुलिस विभाग ने विशेष व्यवस्थाएं की हैं। मेडिकल टीम, जल सेवा, पार्किंग व्यवस्था और पंडालों की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों और वालंटियर्स की टीम हर श्रद्धालु की मदद के लिए तैनात रहेगी।
आस्था और उल्लास का संगम
मेहंदीपुर बालाजी में आयोजित होने वाला यह हनुमान जन्मोत्सव आस्था, श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम होगा। यहां आकर लोग न सिर्फ हनुमानजी के दर्शन करते हैं, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक शांति भी प्राप्त करते हैं। विशेष रूप से उन श्रद्धालुओं के लिए यह धाम प्रसिद्ध है जो ऊपरी बाधाओं और तांत्रिक प्रभावों से मुक्ति पाना चाहते हैं।