क्या क्रिकेट में हर मैच होता है फिक्स, जेंटलमैन गेम 'फिक्सिंग' के लिए है बदनाम
क्रिकेट न्यूज़ डेस्क। क्रिकेट खेल के दुनिया भर में लाखों करोड़ों दीवाने हैं, जिनके अक्सर दिल टूटते रहते हैं। क्रिकेट को वैसे तो जेंटलमेन गेम कहा जाता है, लेकिन यह फिक्सिंग के लिए बदनाम रहा है।क्रिकेट के इतिहास में अब तक कई मामले सामने आ चुके हैं, जब खिलाड़ियों की फिक्सिंग में लिप्तता रही है। यही वजह है कि इस खेल पर से कई लोगों का भरोसा उठ गया है।
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यही नहीं अक्सर यह सवाल उठता है कि क्या क्रिकेट का हर मैच फिक्स होता है।Match Fixing की दुनिया में संजीव चावला एक बहुत बड़ा नाम है। जिसे दिल्ली पुलिस ने पकड़ा था, जब 21 वीं सदी की शुरुआत यानि साल 2000 में भारतीय खिलाड़ी भी फिक्सिंग में फंसे थे। संजीव चावला ने अपने बयान में दावा किया था कि जो भी क्रिकेट मैच लोग देखते हैं वो सभी फिक्स होते हैं।
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संजीव चावला के मुताबिक ये ठीक वैसा ही है जैसे आप किसी और के द्वारा निर्देशित कोई फिल्म देखते हैं। जिसकी पटकथा पहले ही लिखी जा चुकी होती है। अब तक पाकिस्तान ऐसा देश हैं, जहां सबसे ज्यादा खिलाड़ी फिक्सिंग में शामिल रहे हैं।
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तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर तो फिक्सिंग में फंसने की वजह से 5 साल लंबा बैन झेल चुके हैं।भारत के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन फिक्सिंग में फंस चुके हैं। यही नहीं दुनिया की सबसे बड़ी टी 20 लीग आईपीएल भी फिक्सिंग से अछूता नहीं रहा है।आईपीएल 2013 में आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग का मामला आया था, राजस्थान रॉयल्स टीम के सदस्य रहे तेज गेंदबाज श्रीसंत भी स्पॉट फिक्सिंग में फंसे थे। यही नहीं आईपीएल टीम राजस्थान और चेन्नई सुपरकिंग्स को दो साल का बैन झेलना पड़ा था।