Shimla Rural Assembly Election 2022 शिमला ग्रामीण विधानसभा सीट, चुनाव परिणाम, मतदाता, नतीजे, निर्वाचन क्षेत्र और उमीदवार
हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal Assembly Elections 2022) से पहले हम प्रदेश के सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों के सूरत-ए-हाल से रू-ब-रू करवा रहे हैं. हिमाचल सीट स्कैन में आज हम शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र (Shimla Rural Assembly Seat Ground Report ) के बारे में बात करने जा रहे हैं. कुल 68 विधानसभा क्षेत्रों में ये 64वीं विधानसभा सीट है. इस विधानसभा सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा है. वर्तमान में विक्रमादित्य सिंह विधायक हैं. आइए जानते हैं, आखिर इस साल यहां क्या चुनावी समीकरण हैं...
हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Himachal Assembly Elections 2022) को लेकर सरगर्मियां शुरू हो गई हैं. सभी विधानसभा क्षेत्रों में नेता घर द्वार दस्तक देने लगे हैं. कांग्रेस भाजपा के साथ इस बार आम आदमी पार्टी भी चुनावी मैदान में है. विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश के सभी विधानसभा सीट पर चुनावी समीकरण बता रहे हैं. हिमाचल सीट स्कैन ((Himachal Seat Scan) ) में आज हम शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र की बात (Shimla Rural Assembly Constituency Seat Ground Report ) करने जा रहे हैं.
शिमला ग्रामीण विधानसभा सीट हिमाचल प्रदेशके शिमला जिले में आती है। 2017 में शिमला ग्रामीण में कुल 53.27 प्रतिशत वोट पड़े। 2017 में भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस से विक्रमादित्य सिंह ने भारतीय जनता पार्टी के डॉ. प्रमोद शर्मा को 4880 वोटों के मार्जिन से हराया था।
शिमला ग्रामीण विधानसभा सीट शिमला के अंतर्गत आती है। इस संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं सुरेश कश्यप, जो भारतीय जनता पार्टी से हैं। उन्होंने इंडियन नेशनल कांग्रेसके कर्नल धनीराम शांडिल को 327515 से हराया था।
इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा है. 2008 में परिसीमन के बाद पहली बार ये सीट अस्तित्व में आई थी, अभी तक इस सीट पर केवल 2 विधानसभा चुनाव ही हुए हैं, पहली बार चुनाव 2012 में हुआ था, जिसपर कांग्रेस के दिग्गज नेता स्व वीरभद्र सिंह चुनाव मैदान में उतरे थे. उन्होंने इस सीट से जीत भी दर्ज की और राज्य के फिर मुख्यमंत्री भी बने. लेकिन 2017 में इस सीट पर वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह को चुनाव मैदान में उतारा गया था.विक्रमादित्य सिंह पहली बार चुनाव मैदान में उतरे थे. इसलिए उनके लिए सुरक्षित सीट की तलाश की जा रही थी, ऐसे में शिमला ग्रामीण से बेहतर उनके लिए कोई सीट नहीं हो सकती थी. इस सीट पर वीरभद्र सिंह का अच्छा खासा प्रभाव माना जाता है, जिसका फायदा भी उनकी बेटे विक्रमादित्य को मिला. 2017 के चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज की अब 2022 के चुनाव में इस सीट पर जीत के लिए भाजपा ने मतदाताओं को लुभाना शुरू कर दिया है. इस सीट पर कांग्रेस और भाजपा में ही सीधा मुकाबला है.
कांग्रेस की ओर से विक्रमादित्य सिंह ही इस बार भी चुनावी मैदान में रहेंगे. जबकि भाजपा इस बार यहां से उम्मीदवार बदल सकती है. 2017 में भाजपा की ओर से डॉक्टर प्रमोद शर्मा चुनाव लड़े थे जोकि 4,800 मतों से हारे थे. इस बार भाजपा से प्रमोद शर्मा के अलावा शिमला जिला अध्यक्ष रवि मेहता भी टिकट की दावेदारी पेश कर रहे हैं. विक्रमादित्य सिंह के लिए इस सीट पर पार्टी में कोई बड़ा नेता चुनौती नहीं है. वहीं, अभी आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party in Himachal) की ओर से भी विक्रमादित्य सिंह के सामने कई बड़ी चुनौती नजर नहीं आ रही है.
हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा क्षेत्रों में शिमला ग्रामीण 64वीं विधानसभा सीट है. शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में 71,617 मतदाता हैं. इनमें 36,978 पुरुष हैं, जबकि 34,639 महिला मतदाता (Voters in Shimla Rural Assembly Constituency) हैं. इस बार अभी और नए मतदाताओं को जोड़ने की प्रक्रिया जारी है.
शिमला ग्रामीण विधानसभा सीट परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई. वहीं, इस सीट पर सबसे ज्यादा राजपूत और ब्राह्मण मतदाताओं का प्रभाव है. जोकि हार जीत का फैसला करते हैं. हालांकि इस सीट पर छह बार के मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह का अच्छा खासा प्रभाव माना जाता है. अभी तक दोनों चुनाव में वीरभद्र सिंह और उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह को ही जीत मिली है. आगामी चुनाव में इस सीट से बीजेपी जीतना चाहती है, क्योंकि 2012 के चुनाव में जहां बीजेपी प्रत्याशी (BJP candidate from Shimla Rural Constituency) और वीरभद्र सिंह के बीच में बड़ा अंतर था, लेकिन 2017 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी ने यह सीट सिर्फ 4,800 मतों के अंतर से गंवाई थी, ऐसे में भाजपा को उम्मीद है कि इस सीट पर अगर जातिगत समीकरण को साध लिया जाए तो जीत सुनिश्चित की जा सकती है. इस बार विपक्षी दलों द्वारा विक्रमादित्य के बाहरी उम्मीदवार होने का भी प्रचार किया जा रहा है. ऐसे में इस बार विक्रमादित्य सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
शिमला ग्रामीण विधानसभा की बात करें तो यह क्षेत्र कृषि बहुल क्षेत्र है और ज्यादातर लोग कृषि पर निर्भर करते हैं. शिमला ग्रामीण क्षेत्र के कई क्षेत्रों में पानी की समस्या है. खास कर सिंचाई के लिए पानी की परियोजनाओं की कमी है. इसके अलावा कई गांव सड़क सुविधा से भी महरूम (Shimla Rural Constituency Issues) है. हालांकि वीरभद्र के मुख्यमंत्री रहते इस विधानसभा क्षेत्र में काफी ज्यादा विकास हुआ है. डिग्री कॉलेज के अलावा नए स्कूल खुले हैं और वर्तमान सरकार द्वारा भी उठाऊ जल परियोजनाओं को शुरू किया गया है. इसके साथ ही महंगाई सहित ओल्ड पेंशन बहाली भी बड़ा मुद्दा रहेगा. शिमला ग्रामीण क्षेत्र के काफी लोग सरकारी नौकरी में हैं और कर्मचारी ओल्ड पेंशन बहाल करने की मांग कर रहे हैं.
शिमला ग्रामीण विधानसभा सीट हिमाचल प्रदेश की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है, जहां 2017 में भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस ने जीत दर्ज की थी। इस बार शिमला ग्रामीण विधानसभा सीट के परिणाम किस पार्टी के पक्ष में होंगे, यह जनता को तय करना है। हम आपके लिये लाये हैं विस्तृत कवरेज, जिसमें आप विधानसभा सीट पर प्रत्याशियों की सूची, पार्टी प्रचार व अन्य खबरों के साथ-साथ जान सकेंगे यहां के विजेता, उपविजेता, वोट शेयर और बहुत कुछ।
पिछले चुनाव के परिणाम (Shimla – Rural Assembly Election 2018 Results)
| उम्मीदवार का नाम | पार्टी | स्थान | कुल वोट | वोट प्रतिशत % | मार्जिन | मार्जिन |
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| विक्रमादित्य सिंह | कांग्रेस | विजेता | 28,275 | 53.27% | 4,880 | 1,903 |
| डॉ. प्रमोद शर्मा | भाजपा | दूसरे स्थान पर | 23,395 | 44.07% | ||
| एम०डी० शर्मा | आईएनडी | 3rd | 668 | 1.26% | ||
| इनमें से कोई नहीं | नोटा | 4th | 420 | 0.79% | ||
| कुशाल राज | स्वैप | 5th | 325 | 0.61% | ||
शिमला ग्रामीण विधानसभा अब तक के चुनाव परिणाम (Shimla – Rural Assembly Elections Results Past Results)
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