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हाफिज सईद है कहां? ऑपरेशन सिंदूर के बाद से सवालों के घेरे में पाकिस्तान

भारत के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद एक बार फिर लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद का नाम चर्चा में है। पाकिस्तान में छिपा बैठा यह मोस्ट वॉन्टेड आतंकी अब 'अंडरग्राउंड' हो गया है........
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भारत के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद एक बार फिर लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद का नाम चर्चा में है। पाकिस्तान में छिपा बैठा यह मोस्ट वॉन्टेड आतंकी अब 'अंडरग्राउंड' हो गया है। वहीं, पाकिस्तान की सरकार और उसके नेता अब उसके ठिकाने को लेकर परस्पर विरोधाभासी बयान दे रहे हैं। इससे शक और भी गहराता जा रहा है कि हाफिज सईद आखिर है कहां?

हाफिज सईद की आखिरी 'लोकेशन'

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुरीदके को हाफिज का मजबूत गढ़ माना जाता था। यहीं उसका मुख्यालय और आतंकी नेटवर्क का आधार चलता था। लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय खुफिया एजेंसियों की निगरानी के चलते अब वहां सन्नाटा पसरा है। पाकिस्तानी सेना और प्रशासन ने इस इलाके पर नियंत्रण कर लिया है।

अब तक के 3 बड़े बयान, लेकिन कोई स्पष्टता नहीं

  1. 12 मई 2025 को पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने BBC उर्दू को दिए इंटरव्यू में कहा:"अब पाकिस्तान में कोई आतंकवादी नहीं है। मैं गारंटी के साथ कह सकता हूं कि एक भी आतंकी हमारे देश में मौजूद नहीं है।"

    इस बयान से यह संकेत देने की कोशिश की गई कि या तो आतंकियों को देश से बाहर भेज दिया गया है, या उन्हें छिपा दिया गया है।

  2. 5 जुलाई 2025 को अल-जजीरा से बातचीत में बिलावल भुट्टो जरदारी (पूर्व विदेश मंत्री) ने कहा:"हाफिज सईद कहां है, मुझे नहीं पता। संभव है कि वो अब अफगानिस्तान में हो।"

    यह बयान स्पष्ट रूप से पाकिस्तानी नेतृत्व की असहायता और सच्चाई छिपाने की कोशिश को उजागर करता है।

  3. 6 जुलाई 2025 को हाफिज के बेटे तल्हा सईद ने एक मीडिया बयान में कहा: "मेरे पिता सुरक्षित हैं और सेफ लोकेशन पर हैं। वह पूरी तरह स्वस्थ हैं।"

    लेकिन यह नहीं बताया कि वह सेफ लोकेशन पाकिस्तान में है या किसी दूसरे देश में।

अमेरिका ने रखा है 10 मिलियन डॉलर का इनाम

हाफिज सईद को अमेरिका ने 2015 में ग्लोबल आतंकी घोषित किया और उस पर 10 मिलियन डॉलर (करीब ₹83 करोड़) का इनाम भी रखा। एक समय हाफिज खुद इंटरव्यू में कह चुका है कि: "यहां के लोग इतने ईमानदार हैं कि 10 मिलियन डॉलर के बावजूद मेरा ठिकाना किसी ने उजागर नहीं किया।"

बार-बार नजरबंद, बार-बार आज़ाद

2019 में पाकिस्तान की सरकार ने अंतरराष्ट्रीय दबाव में हाफिज को नजरबंद किया था, लेकिन कुछ महीनों बाद ही उसे चुपचाप रिहा कर दिया गया। पिछले 5 वर्षों में उसकी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पंजाब प्रांत में सक्रियता देखी गई थी।

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