यूक्रेन को झटका: अमेरिका ने हथियारों की आपूर्ति पर लगाई रोक, ट्रंप प्रशासन की नई प्राथमिकता उजागर

रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिका से मिल रही सैन्य मदद यूक्रेन के लिए सुरक्षा की एक प्रमुख ढाल रही है। लेकिन अब इस मोर्चे पर यूक्रेन को बड़ा झटका लगा है। अमेरिका ने अपने हथियारों के भंडार में आई कमी का हवाला देते हुए यूक्रेन को भेजे जाने वाले कुछ हथियारों की आपूर्ति अस्थायी रूप से रोक दी है। अमेरिकी रक्षा और प्रशासनिक अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी साझा की।
ट्रंप प्रशासन के बदलते रुख का संकेत
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाली नई सरकार के इस फैसले को उनकी बदलती विदेश नीति प्राथमिकताओं के रूप में देखा जा रहा है। पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की सरकार ने रूस के खिलाफ लड़ रहे यूक्रेन को लगातार सैन्य समर्थन देने का वादा किया था। लेकिन ट्रंप के सत्ता में लौटते ही यह रवैया अब बदलता दिख रहा है।
हथियार भंडार में कमी, समीक्षा के बाद निर्णय
पेंटागन (अमेरिकी रक्षा मंत्रालय) के अधिकारियों ने हाल ही में अमेरिका के रक्षा भंडार की व्यापक समीक्षा (Audit) की, जिसमें कई प्रमुख हथियार प्रणालियों की घटती संख्या पर चिंता जताई गई। इसके बाद यह निर्णय लिया गया कि अमेरिका की प्राथमिकता अपने राष्ट्रीय हितों और सैन्य तैयारियों की होनी चाहिए। इस आधार पर यूक्रेन को दी जाने वाली कुछ हथियारों की खेप को स्थगित कर दिया गया है।
व्हाइट हाउस का आधिकारिक बयान
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता एना केली ने इस मुद्दे पर स्पष्ट रूप से कहा, "हमारी सेना की वैश्विक प्रतिबद्धताओं की समीक्षा करने के बाद यह निर्णय लिया गया है कि अमेरिका के दीर्घकालिक हित सर्वोपरि हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि यह निर्णय अमेरिका की कमजोर स्थिति नहीं दर्शाता, बल्कि यह दर्शाता है कि ट्रंप प्रशासन अमेरिका की आंतरिक सुरक्षा और रणनीतिक संसाधनों को पहले स्थान पर रखता है। केली ने हाल ही में ईरान के परमाणु ठिकानों पर किए गए मिसाइल हमलों का भी उल्लेख करते हुए कहा, "कोई भी अमेरिका की सैन्य ताकत पर सवाल नहीं उठा सकता - ईरान से पूछिए।"
किन हथियारों की आपूर्ति रुकी? अस्पष्टता बनी हुई है
हालांकि, रक्षा मंत्रालय ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि कौन-कौन से विशिष्ट हथियार यूक्रेन को नहीं भेजे जाएंगे। पेंटागन के प्रवक्ता सीन पार्नेल ने केवल यह कहा कि "हमारी सेना पहले से कहीं ज्यादा तैयार और सक्षम है।" उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस द्वारा पारित टैक्स और खर्च पैकेज अमेरिका की रक्षा प्रणाली को 21वीं सदी के खतरों के अनुरूप आधुनिक बनाने की दिशा में काम कर रहा है।
यूक्रेन के लिए बढ़ती चिंता
यूक्रेन के लिए यह निर्णय काफी गंभीर झटका माना जा रहा है। पहले ही यूक्रेनी सेना रूस के भारी हतियारों और लंबी दूरी के हमलों का सामना कर रही है। अमेरिका की सैन्य मदद से उन्हें जहां तकनीकी और लॉजिस्टिक मदद मिलती थी, वहीं अब इस मदद में रुकावट से उनकी रणनीतिक क्षमता प्रभावित हो सकती है।