ट्रंप का नया प्लान: पेंटागन को देना चाहते हैं नया नाम 'डिपार्टमेंट ऑफ वॉर', जानिए इसके पीछे क्या है बड़ी वजह ?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि पेंटागन का नाम बदलकर 'युद्ध विभाग' कर दिया जाना चाहिए। ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका को सिर्फ़ रक्षा विभाग ही नहीं, बल्कि आक्रमण विभाग की भी ज़रूरत है, इसलिए नाम बदला जाना चाहिए। ओवल ऑफिस में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि इस बदलाव की घोषणा अगले कुछ हफ़्तों में की जा सकती है। उन्होंने कहा कि इसके लिए कांग्रेस की मंज़ूरी की भी ज़रूरत नहीं होगी और हम इसे यूँ ही कर देंगे।
ट्रंप ने क्या कहा?
दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली जे म्युंग के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने कहा, "जब हमने प्रथम विश्व युद्ध और द्वितीय विश्व युद्ध जीते थे, तब इसे युद्ध विभाग कहा जाता था, और मेरे लिए, यह बिल्कुल वैसा ही है।" उन्होंने आगे कहा, "हर कोई इस बात को पसंद करता है कि जब यह युद्ध विभाग था, तो हमारे पास जीत का एक अविश्वसनीय इतिहास था, फिर हमने इसे बदलकर रक्षा विभाग कर दिया।"
राष्ट्रपति हैरी ट्रूमैन ने इसमें अहम भूमिका निभाई
ट्रंप ने उन आलोचकों को भी खारिज कर दिया जो तर्क देते हैं कि यह बदलाव प्रतीकात्मक हो सकता है। उन्होंने कहा, "मैं सिर्फ़ रक्षा विभाग नहीं रहना चाहता। हम आक्रामक भी होना चाहते हैं।" अमेरिका में युद्ध विभाग की स्थापना 1789 में हुई थी। 1947 तक इसे इसी नाम से जाना जाता रहा। इसके बाद राष्ट्रपति हैरी ट्रूमैन ने इसका नाम बदलकर रक्षा विभाग कर दिया।
'हम हमला भी चाहते हैं'
इस दौरान रक्षा सचिव पीट हेगसेथ भी ट्रंप के साथ थे। ट्रंप ने कहा, "तो पीट, आपने 'सुरक्षा विभाग' कहकर शुरुआत की और मुझे यह पसंद नहीं आया। क्या हम सुरक्षा हैं? हम सुरक्षा क्यों हैं? तो पहले इसे 'युद्ध विभाग' कहा जाता था और यह एक मज़बूत नाम था।" ट्रंप ने आगे कहा कि यह कदम सिर्फ़ प्रतीकात्मक नहीं है, "हम सिर्फ़ सुरक्षा नहीं चाहते। हम हमला भी चाहते हैं।"

