Area 51: आखिर क्यों अमेरिका का यह रहस्यमयी इलाका आम लोगों के लिए है पूरी तरह बंद? जानिए क्या है इसके पीछे का सच

एरिया-51 का नाम आपने कभी न कभी जरूर सुना होगा। यह जगह अमेरिका के नेवादा में स्थित है। इसे दुनिया की सबसे रहस्यमयी जगह माना जाता है। कई लोगों ने दावा किया है कि अमेरिका ने यहां एलियंस को बंधक बनाकर रखा है और उन पर रिसर्च करता है। ऐसा दावा करने वालों में कई अमेरिकी अधिकारी भी शामिल हैं। एरिया-51 को दुनिया की सबसे रहस्यमयी जगहों में गिना जाता है। एरिया-51 के विषय पर कई लोकप्रिय डॉक्यूमेंट्री और फिल्में बन चुकी हैं। आज हम आपको अपनी खबर में एरिया-51 के बारे में विस्तार से बताएंगे।
एरिया-51 संयुक्त राज्य अमेरिका के सैन्य अड्डे का उपनाम है। यह इलाका काफी सुनसान और रहस्यमयी है। इस गुप्त जगह पर सिर्फ अमेरिकी सेना के लोग ही नजर आते हैं। ऐसा माना जाता है कि अमेरिकी सरकार अपने कई गोपनीय मिशन इसी गुप्त अड्डे पर अंजाम देती है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस जगह पर अमेरिकी सरकार के कई ऐसे राज दफन हैं, अगर उनका खुलासा हो जाए तो दुनिया में हड़कंप मच सकता है।
आधिकारिक तौर पर एरिया-51 को सैन्य परीक्षण स्थल और वायुसेना सुविधा केंद्र के तौर पर जाना जाता है। जानकारों का कहना है कि यहां वैज्ञानिक दूसरे ग्रहों से आए एलियंस पर गुप्त रूप से शोध करते हैं। अगर कोई बाहरी व्यक्ति इस जगह के आसपास दिखाई देता है तो उसे गोली मारने का भी आदेश है।
एरिया-51 के बारे में लोगों को तब पता चला जब 1967 में सीआईए डायरेक्टर द्वारा गलती से एक मेमो लीक हो गया था। इस मेमो में एरिया-51 का जिक्र था। अमेरिका ने इस जगह को गुप्त रखा था और अमेरिका के लोगों को भी इसके बारे में पता नहीं था। अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए ने साल 2013 में पहली बार एरिया-51 के बारे में सार्वजनिक तौर पर बताया था।
एरिया-51 के आसपास का इलाका आज भले ही वीरान हो, लेकिन पहले ऐसा नहीं था। यहां बड़ी संख्या में लोग रहा करते थे। जब अमेरिकी सरकार को अपने खास प्रयोगों को अंजाम देने के लिए ऐसी जगह की जरूरत पड़ी तो उसने 1955 में इस पूरी जगह को खाली करवा दिया।एरिया 51 के आसपास के इलाकों में काफी गोपनीयता बरती जाती है। यहां किसी आम आदमी को भटकने की इजाजत नहीं है। इस जगह के कई ऐसे वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं, जिनमें अजीबोगरीब जीव नजर आए हैं। जीव दूसरे ग्रह से आए लगते हैं। हालांकि, अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि ये वीडियो कितने सच्चे हैं।