व्हाइट हाउस में सीरियाई राष्ट्रपति का स्वागत: क्या बदल रहा है अमेरिका का रवैया?
कहते हैं समय सबसे बड़ा होता है और यही तय करता है कि दुनिया आपके साथ कैसा व्यवहार करेगी। यह न केवल व्यक्तिगत रूप से, बल्कि राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है। अगर ऐसा न होता, तो आज अमेरिका उस व्यक्ति का स्वागत न करता जिसे उसने कुछ साल पहले तक मोस्ट वांटेड सूची में रखा था। अमेरिकी खुफिया एजेंसी दिन-रात उसकी तलाश में थी, आज खुद ट्रंप उसे बुला रहे हैं।
सीरिया, जिसे अमेरिका वर्षों से एक आपराधिक देश मानता रहा है, अब डोनाल्ड ट्रंप का प्रिय बन गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू व्हाइट हाउस में सीरियाई राष्ट्रपति अहमद-अल-शरा के साथ एक उच्च-स्तरीय बैठक करने वाले हैं। यह त्रिपक्षीय बैठक सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा से पहले वाशिंगटन डीसी में हो सकती है।
सीरिया के राष्ट्रपति को व्हाइट हाउस क्यों बुलाया गया?
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य सुरक्षा और शांति समझौते पर चर्चा करना है, जिसमें सीरिया और इजरायल के बीच संबंधों को सामान्य बनाने की दिशा में पहला ठोस कदम उठाया जाएगा। दोनों देशों के बीच दशकों पुराना दुश्मनी का इतिहास रहा है, लेकिन अब हालात बदल गए हैं। संयुक्त अरब अमीरात की मध्यस्थता से दोनों देशों के बीच शांति स्थापित की जाएगी। सूत्रों के अनुसार, बैठक में इज़राइल और सीरिया के राष्ट्राध्यक्षों के बीच एक सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर हो सकते हैं।

