US से निकलकर आई सनसनीखेज ब्रेकिंग न्यूज! 1 अगस्त से 100 देशों पर लागू होगा Trump Tariff, जानिए ग्लोबली क्या होगा इसका असर

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पारस्परिक शुल्क पर सभी देशों को दी गई 90 दिन की छूट 9 जुलाई 2025 को समाप्त होने जा रही है। इस समयसीमा के समाप्त होने से पहले ही अमेरिका से बड़ी खबर आई है, जिसके तहत अगले महीने की पहली तारीख यानी 1 अगस्त से दुनिया के करीब 100 देशों से आयात पर 10 प्रतिशत का नया ट्रंप टैरिफ लागू होगा। अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने इस कदम की पुष्टि की है।
100 देशों पर न्यूनतम 10% टैरिफ!
इसे वैश्विक व्यापार रणनीति का व्यापक रीसेट करार देते हुए स्कॉट बेसेंट ने कहा है कि बेसलाइन टैरिफ व्यापक रूप से लागू होगा और यहां तक कि उन देशों पर भी लागू होगा जो वर्तमान में वाशिंगटन के साथ बातचीत कर रहे हैं। हालांकि, ब्लूमबर्ग को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, 'हम देखेंगे कि राष्ट्रपति ट्रंप बातचीत करने वालों से कैसे निपटना चाहते हैं? मुझे लगता है कि हम करीब 100 देशों को देखेंगे जिन पर न्यूनतम 10% का पारस्परिक टैरिफ लागू होगा और हम यहां से आगे बढ़ने जा रहे हैं।' 12 देशों पर फूटेगा टैरिफ बम
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 12 देशों पर टैरिफ बम फोड़ने की तैयारी कर ली है और इसकी घोषणा सोमवार को होने की संभावना है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रंप ने खुद बताया है कि उन्होंने करीब एक दर्जन देशों के लिए व्यापार पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। ये पत्र सप्ताह के पहले दिन 'टेक इट ऑर लीव इट' अल्टीमेटम के साथ सूची में शामिल सभी देशों को भेजे जाएंगे। हालांकि, उन्होंने इस सूची में शामिल किसी भी देश का नाम बताने से साफ इनकार कर दिया है।
भारत, जापान से लेकर ईयू तक शामिल!
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, न्यूजर्सी जाते समय एयरफोर्स वन में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने 12 देशों पर टैरिफ बम गिराने का संकेत दिया और इस सूची में कथित तौर पर भारत, जापान और यूरोपीय संघ शामिल हो सकते हैं। यहां यह उल्लेखनीय है कि ट्रंप पारस्परिक टैरिफ की घोषणा 2 अप्रैल को की गई थी और बाद में सभी देशों को इससे 90 दिन की छूट दी गई थी और इसकी समयसीमा 9 जुलाई को समाप्त होने जा रही है। ट्रंप ने 100 देशों पर 10% बेसलाइन टैरिफ लगाने की तैयारी कर ली है, वहीं उन्होंने 12 या उससे ज़्यादा देशों पर नए टैरिफ लगाने के संकेत भी दिए हैं। ट्रंप प्रशासन ने कहा है कि टैरिफ अमेरिकी निर्यात के लिए ज़्यादा अनुकूल व्यापार शर्तों को बढ़ावा देने के लिए बनाए गए हैं।
भारत-अमेरिका व्यापार सौदा कहां अटका हुआ है?
गौरतलब है कि ट्रंप ने भारत को 26% टैरिफ वाली श्रेणी में रखा था और इस पर अस्थायी प्रतिबंध भी 9 जुलाई को खत्म हो रहा है। ऐसे में अगर तब तक भारत-अमेरिका व्यापार सौदे पर कोई अंतरिम समझौता नहीं होता है, तो टैरिफ का असर भारतीय निर्यात पर पड़ सकता है। हाल के हफ्तों में भारत-अमेरिका व्यापार सौदे को लेकर बातचीत ज़रूर तेज़ रही है, लेकिन लंबी चर्चा के बाद भारतीय वार्ताकार बिना किसी समझौते के ही वाशिंगटन से वापस लौट आए हैं।