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45 मिनट की मुनीर-ट्रंप मुलाकात में क्या-क्या हुआ होगा? पाकिस्तान के सीनियर पत्रकार ने खोल दी अपने आर्मी चीफ की पोल 

पाकिस्तान के मीडिया हलकों में चर्चा गर्म है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस साल उनके देश का दौरा करने वाले हैं। रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि ट्रंप 18 सितंबर को इस्लामाबाद में होंगे। समा टीवी और जियो न्यूज ने तो यहां तक कह दिया कि ट्रंप क्वाड....
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पाकिस्तान के मीडिया हलकों में चर्चा गर्म है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस साल उनके देश का दौरा करने वाले हैं। रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि ट्रंप 18 सितंबर को इस्लामाबाद में होंगे। समा टीवी और जियो न्यूज ने तो यहां तक कह दिया कि ट्रंप क्वाड मीटिंग के लिए भारत आएंगे। इस दौरान वह पाकिस्तान लौट आएंगे। हालांकि, पाकिस्तानी मीडिया का झूठ अब पूरी तरह से बेनकाब हो गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दौरान ट्रंप पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ब्रिटेन में रहेंगे। यह उनका ब्रिटेन का राजकीय दौरा होगा। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भी ऐसी किसी यात्रा से इनकार किया है।

दो दशक बाद अमेरिकी राष्ट्रपति का पाकिस्तान दौरा झूठ

आखिरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति ने 2006 में पाकिस्तान का दौरा किया था। तब जॉर्ज डब्ल्यू बुश पाकिस्तान गए थे। पिछले दो दशकों में किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है। माना जा रहा है कि यह दावा पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर के एजेंडे का हिस्सा है, जो ट्रंप के साथ हालिया बैठकों के बाद संबंधों को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। पाकिस्तानी मीडिया ने यह भी दावा किया कि ट्रंप भारत में क्वाड शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे, लेकिन सितंबर 2025 में होने वाले क्वाड शिखर सम्मेलन की अभी तक कोई आधिकारिक तारीख घोषित नहीं की गई है। भारत की अघोषित कूटनीतिक नीति के तहत, विदेशी नेताओं से अनुरोध किया जाता है कि वे भारत और पाकिस्तान की एक साथ यात्रा न करें, ताकि दोनों देशों के बीच समानता का भाव न रहे। यह नीति कश्मीर मुद्दे पर क्षेत्रीय संप्रभुता और तटस्थता बनाए रखने की भारत की रणनीति का हिस्सा है।

ट्रंप का युद्धविराम राग से पाकिस्तान गदगद

ऑपरेशन सिंदूर के बाद, इस मुद्दे पर डोनाल्ड ट्रंप के रुख को लेकर भारत पहले ही अमेरिका से नाराज है। ट्रंप कम से कम 10 बार दोहरा चुके हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम उन्होंने ही करवाया था। हालाँकि, भारत सरकार ने इस बात से साफ इनकार किया है कि भारतीय सेना के डीजीएमओ ने पाकिस्तानी सेना के डीजीएमओ के अनुरोध पर ही युद्धविराम स्वीकार किया था। पाकिस्तान ने ट्रंप के इस रुख को बार-बार बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया है।

मुनीर का नोबेल शांति पुरस्कार दांव

इतना ही नहीं, पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर ने ट्रंप की अमेरिका यात्रा के बाद युद्ध रोकने के लिए उनका शुक्रिया अदा किया और उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया। ट्रंप के समर्थन के बाद, पाकिस्तान सरकार और मीडिया पहले से ही इसे अपनी बड़ी जीत के तौर पर पेश करने की कोशिश कर रहे हैं। इसी कड़ी में, अब वे ट्रंप की संभावित पाकिस्तान यात्रा को भी दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।

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