पहले आसिम मुनीर और अब अब शहबाज शरीफ को को खिलाया हलाल, आखिर क्यों अमेरिकी राष्ट्रपति लगातार कर रहे पाकिस्तान पर मेहरबानी की बरसात ?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फिलहाल पाकिस्तान नहीं जा रहे हैं, लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ जल्द ही वाशिंगटन आ सकते हैं। यह जानकारी अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने साझा की है। पहले कयास लगाए जा रहे थे कि डोनाल्ड ट्रंप खुद दक्षिण एशिया के दौरे पर जा रहे हैं और इस दौरान वह पाकिस्तान भी जाएँगे। इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया था, लेकिन अब अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को न्योता दिए जाने की बात ज़रूर सामने आई है।
कश्मीर मुद्दे और भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता के ट्रंप के दावे के बारे में पूछे जाने पर अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने जवाब दिया - 'पाकिस्तान का एक प्रतिनिधिमंडल वाशिंगटन आ रहा है और हम उसके साथ द्विपक्षीय वार्ता करने वाले हैं। मैं इसका इंतज़ार कर रही हूँ।' टैमी ब्रूस ने संकेत दिया था कि ट्रंप पाकिस्तान के साथ कश्मीर मुद्दे को वैश्विक बनाना चाहते हैं, जबकि भारत इसे द्विपक्षीय मुद्दा मानता रहा है।
शरीफ को क्यों बुला रहा है अमेरिका?
इससे पहले, अमेरिका ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख और फील्ड मार्शल असीम मुनीर को व्हाइट हाउस आमंत्रित किया था और उनका व्हाइट हाउस में स्वागत किया था, जिसने खूब सुर्खियाँ बटोरी थीं। लगभग दो दशक पहले 2006 में तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने पाकिस्तान का दौरा किया था। उसके बाद से किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है। डोनाल्ड ट्रंप वहाँ नहीं जा रहे हैं, लेकिन उन्होंने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के साथ एक बैठक ज़रूर तय कर ली है, जिसके संकेत विदेश मंत्रालय ने दिए हैं।
क्या डोनाल्ड ट्रंप का दौरा रद्द हो गया है?
पहले ऐसी खबरें थीं कि ट्रंप सितंबर में पाकिस्तान का दौरा करेंगे, लेकिन बाद में इन खबरों को खारिज कर दिया गया। पाकिस्तान के प्रमुख चैनलों जियो न्यूज़ और एआरवाई न्यूज़ ने पहले यह रिपोर्ट चलाई थी, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं कर पाए। वहीं, व्हाइट हाउस ने भी स्पष्ट किया कि डोनाल्ड ट्रंप की फिलहाल पाकिस्तान जाने की कोई योजना नहीं है। अमेरिकी अधिकारी ने मीडिया को स्पष्ट किया कि राष्ट्रपति की फिलहाल पाकिस्तान जाने की कोई योजना नहीं है। इसके बाद मीडिया रिपोर्ट्स भी वापस ले ली गईं। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शफ़क़त अली ख़ान ने भी इस दौरे की जानकारी से इनकार किया।

