अमेरिकी हमले के बाद सामने आई इरान की प्रतिक्रिया, कहा- '‘न कोई रेडिएशन लीक न ही कोई बड़ा नुकसान’

अमेरिका ने ईरान पर हमला किया है। अमेरिका ने ईरान के 3 परमाणु ठिकानों फोर्डो, नतांज और एस्फाहान को निशाना बनाया। अमेरिका ने अपने बी-2 स्पिरिट बॉम्बर से फोर्डो परमाणु स्थल पर बंकर बस्टर बम गिराए। नतांज और एस्फाहान पर टॉमहॉक मिसाइलें दागी गईं। अमेरिकी हमले पर ईरान की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। ईरान ने कहा है कि तीनों परमाणु ठिकानों को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है और कोई रेडिएशन लीकेज नहीं है। मशीनों में संदूषण या परमाणु ठिकानों के पास रहने वाले निवासियों के लिए खतरे के कोई लक्षण नहीं दिखे हैं। लोगों को कोई खतरा नहीं है। तीनों परमाणु ठिकानों की सुरक्षा स्थिर और अच्छी स्थिति में है। हमले से तीनों परमाणु ठिकानों को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है।
विदेश मंत्री ने क्या कहा?
ईरान के विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची का कहना है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला करके यूएन चार्टर, अंतरराष्ट्रीय कानून और एनपीटी का उल्लंघन किया है। अमेरिका का हमला अपमानजनक है और इसके दीर्घकालिक परिणाम होंगे। संयुक्त राष्ट्र के हर सदस्य को अमेरिका के खतरनाक, अराजक और आपराधिक व्यवहार के बारे में चिंतित होना चाहिए। ईरान पर अमेरिका की कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन है। यह कार्रवाई ईरान की परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) की उदासीनता और मिलीभगत से हुई।
ईरानी सांसद मनन रईसी ने कहा कि फोर्डो परमाणु स्थल को ज्यादा गंभीर नुकसान नहीं हुआ है। भूमिगत परमाणु स्थल पर हमला सतही था। तस्नीम समाचार एजेंसी के अनुसार रईसी ने कहा कि सटीक जानकारी के आधार पर मैं कहता हूं कि झूठ बोलने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावों के विपरीत, बमबारी के कारण फोर्डो परमाणु स्थल को ज्यादा गंभीर नुकसान नहीं हुआ है और जो नुकसान हुआ है वह सिर्फ जमीन पर हुआ है, जिसकी भरपाई की जा सकती है। उन्होंने पहले के आकलन को भी दोहराया कि अमेरिकी हमलों के बाद रेडियोधर्मी पदार्थ का कोई रिसाव नहीं पाया गया है।