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आसिम मुनीर की ‘मनहूस’ घड़ी पहनने के 19 दिन बाद इजरायली हमले में शहीद हुए जनरल बघेरी, सच है या अफवाह?

आसिम मुनीर की ‘मनहूस’ घड़ी पहनने के 19 दिन बाद इजरायली हमले में शहीद हुए जनरल बघेरी, सच है या अफवाह?

ईरान के आर्मी चीफ मोहम्मद बाघेरी की इजरायली हवाई हमले में मौत हो गई। इसके बाद पाकिस्तान आर्मी चीफ जनरल सैयद असीम मुनीर और उनकी हालिया ईरान यात्रा सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। दरअसल यहां उन्होंने जनरल स्टाफ हेडक्वार्टर का दौरा किया और ईरानी सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल मोहम्मद बाघेरी से मुलाकात की। असीम मुनीर की यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग, क्षेत्रीय सुरक्षा और सीमा प्रबंधन जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। तब इस गतिविधि पर किसी ने ज्यादा ध्यान नहीं दिया, लेकिन ईरानी आर्मी चीफ मोहम्मद बाघेरी की मौत के बाद पाकिस्तान के फील्ड मार्शल असीम मुनीर और उनके द्वारा दिया गया एक तोहफा चर्चा में आ गया है। उन्होंने मोहम्मद बाघेरी को एक खास घड़ी तोहफे में दी थी, जिसे पहनने के 19 दिन बाद उनकी मौत हो गई।

क्या पाकिस्तान ने ईरान की पीठ में छुरा घोंपा?

असीम मुनीर की यात्रा के दौरान दिया गया एक तोहफा अब सुर्खियों में है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि जनरल मुनीर ने जनरल बाघेरी को एक हाई-एंड रिस्ट वॉच तोहफे में दी थी, जो कथित तौर पर जीपीएस बीकन से लैस थी। इससे जुड़े पोस्ट अलग-अलग सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, हालांकि इसके बारे में कोई पुष्ट जानकारी नहीं है।

क्या है जीपीएस बीकन घड़ी?

जीपीएस बीकन से लैस डिवाइस की खासियत यह है कि वे रियल टाइम में लोकेशन डेटा भेज सकते हैं। आरोप लगाए जा रहे हैं कि इस घड़ी की वजह से जनरल बाघेरी की गतिविधियों पर नज़र रखी जा सकती थी। इस घड़ी से ईरान के सैन्य ठिकानों, रणनीतिक बैठकों और दूसरी संवेदनशील सूचनाओं पर ख़तरा बढ़ जाता। अगर यह घड़ी वाकई ट्रैकिंग डिवाइस थी, तो यह घटना वाकई चिंता का विषय बन सकती है। हालांकि, अभी तक पाकिस्तान या ईरान की तरफ़ से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।

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