जानिए कौन हैं ये 47 साल की इंटेलिजेंस ऑफिसर? जो 109 साल में पहली बार बनेगी खुफिया एजेंसी MI-6 की चीफ

ब्रिटेन की जानी-मानी खुफिया एजेंसी MI6 (सीक्रेट इंटेलिजेंस सर्विस) एक बार फिर दुनिया भर में चर्चा का विषय बन गई है। लेकिन इस बार वजह किसी हाई-प्रोफाइल जासूसी मिशन या जेम्स बॉन्ड फिल्म नहीं, बल्कि इस एजेंसी के इतिहास में पहली बार एक महिला अधिकारी ब्लेज़ मेट्रेवेली को शीर्ष पद पर नियुक्त किया जाना है। ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने डाउनिंग स्ट्रीट से जारी बयान में कहा कि मेट्रेवेली MI6 की 18वीं चीफ होंगी। ये नियुक्ति उस समय हुई है जब वैश्विक खुफिया परिदृश्य और साइबर सुरक्षा के मोर्चे पर कई गंभीर और नए खतरे सामने आ रहे हैं।
"ऐतिहासिक क्षण है यह" – पीएम स्टारमर
प्रधानमंत्री स्टारमर ने मेट्रेवेली की नियुक्ति को एक "ऐतिहासिक क्षण" करार देते हुए कहा, “यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब हमारी खुफिया एजेंसियों की भूमिका पहले से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण हो गई है। चाहे वह दुश्मन देश के जहाज हमारे जलक्षेत्र में भेजे गए हों या साइबर हमले जो हमारे पब्लिक सिस्टम को निशाना बना रहे हों, MI6 का काम और जिम्मेदारी लगातार बढ़ रही है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि MI6 प्रमुख, जिसे पारंपरिक रूप से ‘C’ भी कहा जाता है, सीधे विदेश मंत्री को रिपोर्ट करते हैं और एजेंसी के एकमात्र ऐसे सदस्य होते हैं जिनकी पहचान सार्वजनिक होती है।
कौन हैं ब्लेज़ मेट्रेवेली?
ब्लेज़ मेट्रेवेली एक करियर खुफिया अधिकारी हैं, जिन्होंने 1999 में केस ऑफिसर के रूप में अपनी MI5/MI6 सेवा की शुरुआत की थी। वे वर्तमान में MI6 में डायरेक्टर जनरल – टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन के पद पर कार्यरत हैं। इससे पहले उन्होंने MI5 में निदेशक स्तर की भूमिका भी निभाई थी। उनका ज्यादातर खुफिया करियर मध्य पूर्व और यूरोप में रहा है, जहां उन्होंने ऑपरेशनल भूमिकाओं में सेवाएं दीं। उनकी शैक्षणिक पृष्ठभूमि भी शानदार रही है – उन्होंने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के पेम्ब्रोक कॉलेज से मानवविज्ञान में पढ़ाई की है।
MI6 का इतिहास: 1909 से रहस्य और सुरक्षा की पहचान
MI6 को 1909 में स्थापित किया गया था और इसे आधिकारिक तौर पर 1920 में 'MI6' का नाम मिला। यह एजेंसी ब्रिटेन की विदेशी खुफिया सेवा है और अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और न्यूजीलैंड के साथ मिलकर ‘फाइव आईज’ (Five Eyes) खुफिया गठबंधन का हिस्सा है। इसका मुख्य काम विदेशों से मानव-आधारित खुफिया (HUMINT) इकट्ठा करना और उसका विश्लेषण करना है, खासतौर से जब बात राष्ट्रीय सुरक्षा, आतंकवाद, साइबर जासूसी और वैश्विक रणनीति की हो।
महिलाओं के लिए एक नया रास्ता
ब्लेज़ मेट्रेवेली की यह नियुक्ति न सिर्फ MI6 के इतिहास में एक क्रांतिकारी कदम है, बल्कि यह खुफिया सेवाओं में महिलाओं की बढ़ती भूमिका और प्रतिनिधित्व का प्रतीक भी है। लंबे समय तक पुरुषों के प्रभुत्व वाली इस दुनिया में मेट्रेवेली की लीडरशिप से ब्रिटिश खुफिया एजेंसियों की दिशा और दृष्टिकोण में निश्चित रूप से नया मोड़ आएगा।