यूक्रेन के साथ युद्धविराम को तैयार रूस... पुतिन से 2 घंटे की कॉल के बाद बोले ट्रंप- जल्द होगी बातचीत
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और 2024 चुनावों में पुनः निर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हाल ही में एक महत्वपूर्ण और लंबी फोन बातचीत हुई। यह वार्ता ऐसे समय में हुई है जब यूक्रेन ने रूस पर अपनी सैन्य इतिहास का सबसे...

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और 2024 चुनावों में पुनः निर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हाल ही में एक महत्वपूर्ण और लंबी फोन बातचीत हुई। यह वार्ता ऐसे समय में हुई है जब यूक्रेन ने रूस पर अपनी सैन्य इतिहास का सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया है, जिसमें रूस के 41 फाइटर जेट्स तबाह किए गए हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने खुद इस कॉल के बारे में ‘ट्रूथ सोशल’ पर जानकारी दी और कहा कि उन्होंने पुतिन से करीब 1 घंटे 15 मिनट तक बात की। दोनों नेताओं के बीच बातचीत रविवार को हुई, उसी दिन जब यूक्रेन ने रूस के एयरबेस पर भीषण ड्रोन हमला किया था।
ट्रंप का खुलासा: "वार्ता अच्छी रही लेकिन शांति नहीं आई"
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पोस्ट में लिखा: "मैंने अभी-अभी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ फोन पर बात की है। हमारी बातचीत 75 मिनट तक चली। हमने रूस के जेट्स पर हुए हमलों पर चर्चा की। यह बातचीत सार्थक रही, लेकिन यह शांति की दिशा में कोई निर्णायक कदम नहीं बन सकी। पुतिन ने साफ कहा है कि वह इन हमलों का ‘हर हाल में जवाब’ देंगे।” ट्रंप के इस बयान ने विश्व राजनीति में हलचल मचा दी है। यह इशारा करता है कि रूस जवाबी कार्रवाई की योजना बना रहा है, जिससे यूक्रेन और रूस के बीच संघर्ष और बढ़ सकता है।
यूक्रेन का दावा: 41 फाइटर जेट्स तबाह
रविवार को यूक्रेन की ओर से किए गए इस हमले को उसकी सैन्य रणनीति में "ट्रोजन हॉर्स ऑपरेशन" के तौर पर देखा जा रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने दावा किया कि “हमने रूस के एयरबेस पर 41 फाइटर जेट्स को नेस्तनाबूद कर दिया है। ड्रोन को कंटेनर ट्रकों में छिपाकर भेजा गया था, जिससे रूस की सुरक्षा प्रणाली चकमा खा गई।”यह हमला रूस के लिए एक बहुत बड़ी रणनीतिक क्षति माना जा रहा है। पुतिन के सहयोगी का बयान: "जवाब तय है" रूसी राष्ट्रपति कार्यालय के शीर्ष सलाहकार यूरी उशाकोव ने भी बातचीत की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि पुतिन ने ट्रंप से कहा कि “हालिया इस्तांबुल बैठक उपयोगी रही, और दोनों नेताओं ने यूक्रेन पर संवाद जारी रखने और लगातार संपर्क में रहने पर सहमति जताई है।” उशाकोव ने आगे कहा कि ट्रंप ने पुतिन से यह भी कहा कि अमेरिका को यूक्रेन की ओर से किए गए ड्रोन हमले की कोई पूर्व चेतावनी नहीं दी गई थी, जिससे अमेरिका और नाटो की नीति पर भी सवाल उठने लगे हैं।
पुतिन का बदला लेने का संकेत
रूस के राष्ट्रपति पुतिन का यह बयान कि "हर हाल में जवाब दिया जाएगा", आने वाले समय में युद्ध के और उग्र होने की आशंका को जन्म देता है। सूत्रों के अनुसार, रूस साइबर हमलों, मिसाइल हमलों और सीमावर्ती क्षेत्रों में सैन्य दबाव बढ़ाने की रणनीति पर विचार कर रहा है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता
इस पूरी घटना के बाद यूरोपीय यूनियन और नाटो देशों में बेचैनी बढ़ गई है। वैश्विक स्तर पर शांति के प्रयासों को झटका लगा है।
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संयुक्त राष्ट्र की ओर से एक बयान में दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की गई है।
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वहीं चीन ने इस संकट पर चुप्पी साध रखी है, लेकिन आंतरिक स्तर पर सक्रिय बातचीत जारी है।
निष्कर्ष:
ट्रंप और पुतिन की इस फोन कॉल से यह साफ हो गया है कि यूक्रेन-रूस युद्ध अब एक नए, अधिक खतरनाक चरण में प्रवेश कर चुका है। अमेरिका और रूस के शीर्ष नेतृत्व के बीच हुई ये बातचीत दुनिया भर के लिए निर्णायक हो सकती है। आने वाले दिनों में रूस की प्रतिक्रिया, ट्रंप की नीतिगत दिशा और यूक्रेन की सैन्य रणनीति पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी रहेंगी।