PM Modi Visit Argentina! दो दिवसीय अर्जेंटीना दौरे पर पहुंचे पीएम मोदी, राष्ट्रपति माइली से करेंगे मुलाकात

त्रिनिदाद और टोबैगो की अपनी ऐतिहासिक यात्रा पूरी करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार रात अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स पहुंचे, जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। पीएम मोदी अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली के निमंत्रण पर वहां गए हैं। इस महत्वपूर्ण यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने पर जोर दिया जाएगा।
अर्जेंटीना पहुंचने पर पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'मैं द्विपक्षीय यात्रा के लिए ब्यूनस आयर्स पहुंच गया हूं, जिसका फोकस अर्जेंटीना के साथ संबंधों को बढ़ाने पर होगा। मैं राष्ट्रपति जेवियर माइली से मिलने और उनके साथ विस्तृत चर्चा करने के लिए उत्सुक हूं।
पीएम मोदी और राष्ट्रपति माइली के बीच द्विपक्षीय वार्ता में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी। इसमें रक्षा, कृषि, खनन, तेल और गैस, व्यापार और निवेश जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के साथ-साथ लोगों से लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने के तरीकों का पता लगाया जाएगा। इस यात्रा को भारत-अर्जेंटीना संबंधों में एक नए युग की शुरुआत माना जा रहा है। 2019 में दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी स्थापित हुई थी और अब यह यात्रा उस साझेदारी को व्यावहारिक और व्यापक रूप देने का अवसर है।
भारतीय समुदाय में खुशी की लहर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अर्जेंटीना यात्रा से वहां के भारतीय समुदाय में खुशी की लहर है और वे उनके स्वागत का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। ब्यूनस आयर्स में भारतीय मूल के लोगों ने पीएम मोदी की अर्जेंटीना यात्रा पर अपनी खुशी जाहिर की। अर्जेंटीना की राजधानी के अलवेयर पैलेस होटल में प्रधानमंत्री का स्वागत विशेष शास्त्रीय नृत्य के साथ किया गया।
पीएम मोदी की अर्जेंटीना यात्रा पर मीनू खियानी ने कहा, "हमें पीएम मोदी पर बहुत गर्व है, वे हमें गौरवान्वित महसूस कराते हैं। यहां आना हमारे लिए सम्मान की बात है। उन्होंने हमारे देश के लिए जो किया है, उस पर हमें बहुत गर्व है।"
त्रिनिदाद और टोबैगो की यात्रा ऐतिहासिक रही
इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, 'पीएम नरेंद्र मोदी त्रिनिदाद और टोबैगो की सफल यात्रा पूरी कर अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स के लिए रवाना हुए।' पीएम मोदी ने एक अन्य पोस्ट में लिखा, 'त्रिनिदाद और टोबैगो, आपका धन्यवाद। यहां बिताए पल कभी भुलाए नहीं जा सकेंगे। भारत-त्रिनिदाद और टोबैगो की दोस्ती को नई गति मिली है। राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू, प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर और वहां के लोगों का धन्यवाद।' उन्होंने प्रधानमंत्री बिसेसर को 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान में उनकी भागीदारी के लिए भी धन्यवाद दिया और जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त प्रयासों की प्रतिबद्धता दोहराई। इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी को त्रिनिदाद और टोबैगो के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ त्रिनिदाद एंड टोबैगो' से भी सम्मानित किया गया।
अब अर्जेंटीना की बारी
प्रधानमंत्री मोदी अब पांच देशों की अपनी यात्रा के तीसरे चरण में अर्जेंटीना पहुंचेंगे, जहां वे 4 और 5 जुलाई को आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे यह यात्रा न केवल भारत-अर्जेंटीना संबंधों को नई दिशा देगी, बल्कि लैटिन अमेरिका और ग्लोबल साउथ में भारत की रणनीतिक उपस्थिति को भी मजबूत करेगी।
पीएम मोदी की अर्जेंटीना यात्रा के दौरान वे राष्ट्रपति जेवियर मिल्ली के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे, जिसमें रक्षा, ऊर्जा, खनिज, कृषि, निवेश, व्यापार, आतंकवाद निरोध और डिजिटल सहयोग जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी।
लिथियम और ऊर्जा स्रोतों पर खास नजर
भारत की मिनरल्स विदेश इंडिया लिमिटेड (केएबीआईएल) ने पहले ही अर्जेंटीना के कैटामार्का प्रांत में लिथियम खनन अधिकार हासिल कर लिए हैं। अब उम्मीद है कि इस क्षेत्र में नई घोषणाएं हो सकती हैं।
अर्जेंटीना लिथियम ट्राएंगल (बोलीविया और चिली के साथ) का हिस्सा है और लिथियम भारत की इलेक्ट्रिक वाहन और स्वच्छ ऊर्जा रणनीति के लिए जरूरी है। इसके अलावा भारत की अर्जेंटीना के शेल गैस और एलएनजी भंडार में भी गहरी दिलचस्पी है।
खाड़ी देशों में अस्थिरता को देखते हुए भारत ऊर्जा स्रोतों के विविधीकरण की नीति पर काम कर रहा है और अर्जेंटीना इसका प्रमुख हिस्सा बन सकता है।
व्यापार और रक्षा में संभावनाएँ
भारत और अर्जेंटीना के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2024 में 5.2 बिलियन डॉलर को पार कर गया है। दोनों देशों के बीच व्यापार अब तक मुख्य रूप से सोयाबीन तेल और कृषि उत्पादों पर केंद्रित रहा है, लेकिन अब भारत फार्मा, आईटी और हेल्थटेक जैसे क्षेत्रों में अपने निर्यात को बढ़ाने की सोच रहा है।
दूसरी ओर, अर्जेंटीना भारतीय तेजस लड़ाकू विमानों जैसे रक्षा उत्पादों में रुचि दिखा रहा है। संयुक्त प्रशिक्षण, सह-उत्पादन और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण पर भी चर्चा हो सकती है। डिजिटल शासन, टेलीमेडिसिन और अंतरिक्ष के क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने की भी योजना है। भारत के इसरो और अर्जेंटीना की CONAE एजेंसी के बीच पहले से ही सहयोग है, जिसे अब औपचारिक रूप दिया जा सकता है।
आतंकवाद के खिलाफ एक साझा मोर्चा
यात्रा के दौरान भारत और अर्जेंटीना के बीच आतंकवाद के खिलाफ एक संयुक्त घोषणा की भी उम्मीद है। अर्जेंटीना ने पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की, जिसमें 26 पर्यटक मारे गए थे। अर्जेंटीना खुद 1992 और 1994 में दो भयानक आतंकवादी हमलों का शिकार रहा है, जिसके कारण दोनों देशों के बीच आतंकवाद विरोधी समझ गहरी है। अर्जेंटीना के राजदूत मारियानो कॉसिनो ने कहा, 'हम भारत का दर्द समझते हैं। आतंकवाद किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है।' मर्कोसुर और ब्रिक्स के समक्ष एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर मर्कोसुर के साथ व्यापार वार्ता को पुनर्जीवित करने की भारत की योजना में अर्जेंटीना की भूमिका महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा से इस दिशा में नई गति आने की संभावना है। प्रधानमंत्री मोदी अपनी यात्रा के दौरान अर्जेंटीना के स्वतंत्रता सेनानी जनरल जोस डी सैन मार्टिन की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि भी अर्पित करेंगे। राष्ट्रपति मिल्ली प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में राजकीय रात्रिभोज का आयोजन करेंगे।
इस यात्रा के बाद प्रधानमंत्री 5 और 6 जुलाई को ब्राजील में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे, जहां वे ग्लोबल साउथ की आवाज को और मजबूत करने की रणनीतियों पर चर्चा करेंगे। 2019 में भारत और अर्जेंटीना के बीच रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की गई थी। अब इस यात्रा को उस साझेदारी को और गहरा करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।