इजरायल ने ईरान के बाद अब इस देश पर बोला हमला, ऑपरेशन ब्लैक फ्लैग से बरपाया कहर, 3 बंदरगाह उड़ा डाले
मध्य पूर्व में एक बार फिर तनाव बढ़ गया है। सोमवार की सुबह इजराइल ने यमन के हूथी विद्रोहियों के कब्जे वाले बंदरगाहों और ठिकानों पर हवाई हमले किए। इसके जवाब में हूथियों ने इजराइल पर मिसाइल दागी। यह सब तब शुरू हुआ जब रविवार को लाल सागर में लाइबेरियाई झंडे वाले जहाज पर हमला हुआ। इसके बाद आग लगने के कारण चालक दल को जहाज छोड़ना पड़ा। इस हमले का संदेह हूथियों पर है। हूथियों ने हमले की तुरंत जिम्मेदारी नहीं ली, लेकिन उनके मीडिया ने इसकी रिपोर्ट की। यह हमला मध्य पूर्व में ऐसे समय हुआ है जब इजराइल-हमास युद्ध में संघर्ष विराम की बात चल रही है और ईरान अपनी परमाणु वार्ता पर विचार कर रहा है। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने वाशिंगटन जा रहे हैं।
इजराइल ने हूथी विद्रोहियों के कई ठिकानों को नष्ट कर दिया
इजराइली सेना ने कहा कि उसने हूथी विद्रोहियों के कब्जे वाले होदेइदाह, रास ईसा और सालिफ बंदरगाहों पर हमले किए। इसके अलावा रास कानातिब पावर प्लांट को भी निशाना बनाया गया। इजराइल का कहना है कि इन बंदरगाहों का इस्तेमाल ईरान से हथियार लाने के लिए किया जाता है। इजराइली सेना ने गैलेक्सी लीडर जहाज पर भी हमला किया। इस जहाज को हूथियों ने नवंबर 2023 में लाल सागर में अपने कब्जे में ले लिया था। सेना का दावा है कि हूथियों ने इस जहाज पर रडार सिस्टम लगाया था, जिसके जरिए समुद्री जहाजों पर नजर रखी जा रही थी।
हूथियों ने जवाबी कार्रवाई की, इजराइल की वायु रक्षा 'ढाल' बन गई हूथियों ने इजराइली हमलों का मिसाइलों से जवाब दिया। उनकी सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल याह्या सारी ने दावा किया कि उनकी वायु रक्षा ने इजराइली हमलों का मुकाबला किया, लेकिन कोई सबूत नहीं दिया। इजराइल ने कहा कि हूथी मिसाइल को रोकने की कोशिश की गई, लेकिन वह जमीन पर गिर गई। वेस्ट बैंक और डेड सी इलाकों में सायरन बजने लगे, हालांकि किसी तरह के नुकसान या हताहत की खबर नहीं है। इजराइली रक्षा मंत्री इजराइल कैट्ज ने आगे भी हमलों की धमकी दी। उन्होंने कहा, "जो कोई भी इजराइल के खिलाफ हथियार उठाएगा, उसका हाथ काट दिया जाएगा। हूथियों को अपने किए की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।" ब्रिटिश सेना के यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस ने बताया कि जहाज पर मौजूद सशस्त्र सुरक्षा बल ने शुरुआती हमले का जवाब दिया था। निजी समुद्री सुरक्षा फर्म एम्ब्रे ने कहा कि आठ छोटी नावों और ड्रोन नावों ने हमला किया, जिसमें दो ड्रोन नावें जहाजों से टकरा गईं, जबकि दो को सुरक्षा बलों ने नष्ट कर दिया।
हूथी क्यों हमला कर रहे हैं?
हूथी विद्रोहियों का कहना है कि वे इजरायल-हमास युद्ध के विरोध में लाल सागर में जहाजों पर हमला कर रहे हैं। उनके अल-मसीरा समाचार चैनल ने हमले की सूचना दी, लेकिन कोई टिप्पणी नहीं की। नवंबर 2023 से जनवरी 2025 तक, हूथियों ने 100 से अधिक व्यापारिक जहाजों पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए। इन हमलों में दो जहाज डूब गए और चार नाविक मारे गए।
इन हमलों ने लाल सागर में 1 ट्रिलियन डॉलर के व्यापार को प्रभावित किया है। मार्च में अमेरिकी हमलों के बाद, हूथियों ने कुछ समय के लिए हमले रोक दिए, लेकिन अब वे फिर से सक्रिय हो गए हैं। यमन की निर्वासित सरकार के सूचना मंत्री मुअम्मर अल-आर्यानी ने कहा कि हूथी ईरान के इशारे पर काम कर रहे हैं और क्षेत्रीय स्थिरता को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

