एटम बम ले जाने वाले 12 F-35A स्टील्थ फाइटर जेट खरीदेगा ब्रिटेन, रूस से तनातनी के बीच बड़ा फैसला
केरल के तिरुवनंतपुरम इंटरनेशनल एयर पोर्ट पर ब्रिटिश रॉयल नेवी के एक F-35B फाइटर जेट ने ऐसी लैंडिंग की, जो कि आवासीय परिसर से उड़ान नहीं भर पाई। एक महीने बाद बंद करें ठीक होने की खबरें आई हैं। लेकिन, इसी बीच ब्रिटेन में हुई एक चेकिंग ने इस अमेरिकी स्टील्थ फाइटर जेट की नाकामियों और फ़्लोरिडा का पुलिंदा खोल कर रख दिया है। इसके मुताबिक ब्रिटेन में जो F-35 स्टील्थ जेट विमान हैं, वे ठीक से काम नहीं कर रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, उन्हें फ्लाइट डिफॉल्ट, हथियार और हथियारों की समस्या हो रही है। एनओ (राष्ट्रीय टोकसी ऑफिस-एनएओ) को प्रोटोटाइप की रचनात्मकता, इंजीनियरिंग कर्मचारियों की कमी और मनोरंजन में देरी जैसी गंभीर तस्वीरें भी देखने को मिली हैं।
उम्मीद है कि एफ-35 जेट काम नहीं करेगा
ब्रिटेन के पास अभी 37 F-35 जेट हैं। ये जेट कम दूरी से उड़ान भर सकते हैं और सीधे नीचे उतर सकते हैं, जैसे पुराने हायर जेट करते थे। इन जेट में किरण लाॅज से बच वाली तकनीक और आधुनिक सेंसर हैं, इसलिए ये स्टील्थ फाइटर जेट कहलाते हैं। लेकिन, रजिस्टर के मुताबिक ये अब उम्मीद के मुताबिक काम नहीं कर रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, ब्रिटेन के जेट विमानों को एक बार की उड़ान के लिए भुगतान नहीं करना चाहिए, लेकिन एक बार भी तैयार नहीं रहना चाहिए। जबकि इसका लक्ष्य भी वैश्विक मानक से कम है। 2023 में मिशन के लिए केवल शेष समय ही जेट तैयार था। पूरी तरह से मिशन के लिए तैयार रहने के दर के अलावा और भी खराबियां थीं।
कंपनी लॉकहीड मार्टिन पर कब्ज़े गए हैं सवाल
इन जेट पर काम करने के लिए ब्रिटेन में प्रशिक्षण कारीगरों और कर्मचारियों की भी भारी कमी है। 2021 के एक मिशन के दौरान, एक ब्रिटिश जेट इंजन के एक अभिलेख में छूट दी गई, जिसके कारण यह अपवित्र हो गया और समुद्र में गिर गया। रजिस्टर के मुताबिक, उस मिशन में यह भी पता चला कि अमेरिकी मरीन के पास प्रति जेट 25 लोग थे, जबकि ब्रिटेन के पास केवल 14 लोग थे। ब्रिटेन के F-35 में अभी भी स्पीयर 3 (स्पीयर 3) या मेटियोर (उल्का) जैसी मुख्य मिसाइलों का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। ये मिसाइलें दिसंबर 2023 तक तैयार हो जाएंगी। अब, ये हथियार 2030 के दशक की शुरुआत तक उपलब्ध नहीं होंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, एफ-35 बनाने वाली अमेरिकी डिफेंस कंपनी लॉकहीड मार्टिन को इस खराब प्रदर्शन और देरी के लिए दोषी ठहराया जा रहा है।
अमेरिकी रक्षा नीति ब्रिटेन के साथ भी खेली गई
ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय (एमओडी) को भी खराब अनुबंधों के लिए दोषी ठहराया जा रहा है। इन अनुबंधों में शामिल होने के लिए समय सीमा पर ध्यान नहीं दिया गया। रजिस्टर की रिपोर्ट के अनुसार, अभी ब्रिटेन के F-35 केवल सीमित बम और अमेरिकी मिसाइलें जैसे AIM-120D (AIM-120D) का उपयोग कर सकते हैं। ज्यादातर नए टूल्स ब्लॉक 4 सॉफ्टवेयर अपडेट में आ गए। लेकिन, ये अपडेट बहुत पीछे हैं। ब्लॉक 4 मूल रूप से 2022 तक आया था, लेकिन अब यह 2033 तक पूरी तरह से तैयार नहीं होगा। रिपोर्ट के अनुसार, यह भी माना जाता है कि अमेरिका यूरोपीय बेरोजगारी को प्राथमिकता नहीं देता है। इस कारण से ब्रिटेन के जेट अमेरिकी सिस्टम पर अधिक प्रतिबंध हैं। दूसरी तरफ यह भी खबर है कि अमेरिका की खुद की कंपनी भी समय पर अपनी डिलीवरी कर पाने में नाकाम हो रही है।
छठी पीढ़ी का टेम्पेस्ट फाइटर जेट ब्रिटेन में बन रहा है
इन सभी मुद्दों में ब्रिटेन, जापान और इटली के साथ मिलकर छठी पीढ़ी का एक नया मुकाबला जेट टेम्पेस्ट (टेम्पेस्ट) बन रहा है, जिसमें अमेरिका शामिल नहीं है। ब्रिटेन ने मूल रूप से 138 F-35 की मरम्मत की योजना बनाई थी। रजिस्टर के अनुसार इसकी प्रगति धीमी है और इससे ब्रिटेन के वैश्विक कार्यक्रम में इसकी स्थिति खराब हो सकती है। ऑस्ट्रेलिया (72 जेट) और नॉर्वे (52 जेट) जैसे देश ब्रिटेन से तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। ब्रिटेन ने हाल ही में 12 F-35A और 15 F-35B जेट विमानों की घोषणा की है। लेकिन, रिपोर्ट में कहा गया है कि वे स्थिर दशक के अंत तक नहीं आये।

