
इसके अलावा सोमवार को पोलिश राष्ट्रपति के विदेश नीति सलाहकार, मार्सिन प्रेजाडेज ने कहा कि उन्होंने बेयरबॉक की घोषणा का स्वागत किया, लेकिन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज द्वारा जर्मनी की स्थिति को सुनना पसंद करेंगे। प्रजीडेज ने पोलिश रेडियो को बताया, यह पता चला है कि बातचीत और कूटनीतिक कार्रवाइयों के माध्यम से पोलैंड जर्मन स्थिति को बदलने में सक्षम है। इस संबंध में बीबीसी से बात करते हुए यूक्रेनी विदेश मंत्री द्मित्रो कुलेबा ने कहा कि जर्मनी में कई यूक्रेनी सैनिकों के जीवन को बचाने की शक्ति है। उन्होंने लेपर्ड टैंक भेजने के इच्छुक देशों से इसे तत्काल भेजने का अनुरोध किया। उन्होंने सोमवार को बीबीसी से कहा, इस कदम से पूरी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी और हम देखेंगे कि यह जर्मनी को कहां ले जाता है, इसे तुरंत किया जाना चाहिए।
कुलेबा ने बाद में यूक्रेनी राष्ट्रीय टीवी को बताया कि वह आश्वस्त हैं कि जर्मनी अंतत: टैंकों की आपूर्ति करेगा। गौरतलब है कि पिछले हफ्ते मोरावीकी ने कहा था कि पोलैंड यूक्रेन के लिए 14 लेपर्ड 2 टैंक प्रदान करने के लिए तैयार है। पोलिश सरकार के अधिकारी ने हालांकि कहा कि 14 टैंकों का यूक्रेन की युद्धक क्षमता पर सीमित प्रभाव पड़ेगा। उनका देश जर्मनी और नाटो के अन्य सहयोगियों से भी टैंक भेजने का आग्रह करता है। बीबीसी ने बताया कि लेपर्ड 2 टैंक विशेष रूप से रूसी टी -90 टैंकों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए डिजाइन किए गए हैं।
--आईएएनएस
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