Pak Media person ने कहा, चीन तिब्बत में नए रोजगार और आर्थिक अवसर पैदा करने के लिए कर रहा है कड़ी मेहनत

असगर के विचार में गरीबी से छुटकारा पाने के लिए गरीबी के मूल कारणों को दूर करने की आवश्यकता होती है। इन मूल कारणों में स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, स्वच्छ पेयजल और स्वास्थ्य सुविधाएं समेत बुनियादी सेवाओं की कमी आदि शामिल है। चीन सरकार ने इन क्षेत्रों में भारी निवेश किया है। तिब्बत में नए स्कूलों और अस्पतालों का निर्माण किया गया है, और स्वच्छ पेयजल व स्वच्छता सेवाएं प्रदान की हैं। इन प्रयासों से तिब्बती लोगों के रहने की स्थिति में सुधार हुआ है, जिससे वे गरीबी से बाहर निकल पाए हैं।
असगर ने कहा कि पाकिस्तान चीन का सदाबहार मित्र और सहकारी साझेदार होने के साथ-साथ एक विकासशील देश भी है। पाकिस्तान और चीन ने एक व्यापक सहयोग समझौते, यानी चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर (सीपेक) पर हस्ताक्षर किए हैं, जो बेल्ट एंड रोड पहल की एक प्रमुख परियोजना है। सूचना प्रौद्योगिकी, कृषि और जन-जीवन आदि क्षेत्रों में सहयोग चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर के ढांचे का हिस्सा बन गया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान चीन के सफल गरीबी उन्मूलन मॉडल से बहुत कुछ सीख सकता है, और चीन के अनुभव को अपने देश में लागू कर सकता है। साथ ही बुनियादी ढांचे, शिक्षा और चिकित्सा देखभाल में चौतरफा निवेश के माध्यम से अपने देश में गरीबी को कम कर सकता है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
--आईएएनएस
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