कार और शराब की कीमतों में आ सकती है बड़ी गिरावट, वायरल वीडियो में जानिए ब्रिटेन के साथ हुए 'फ्री ट्रेड अग्रीमेंट' की डील में क्या हुआ तय
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि ब्रिटेन के साथ व्यापार समझौते में भारतीय हितों से कोई समझौता नहीं किया गया है। इससे हमें अपार लाभ होगा। ब्रिटेन के बाज़ार में संभावित अवसरों का लाभ उठाने के लिए मार्ग प्रशस्त करने हेतु कार्य शुरू हो चुका है।मुक्त व्यापार समझौते (FTA) के लागू होने के पाँच वर्षों बाद, दोनों देश इस समझौते की समीक्षा करेंगे। गोयल ने कहा कि समझौते के तहत, दोनों देशों ने अपने संवेदनशील उत्पादों को व्यापार से बाहर रखा है। भारत ब्रिटेन से कारों और मादक पेय पदार्थों पर करों में धीरे-धीरे कमी करेगा और इनके आयात को भी सीमित करेगा। इससे हमारे उद्योग पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
भारत की अर्थव्यवस्था तेज़ी से बढ़ रही है
गोयल ने कहा कि सभी विकसित देश अब भारत में अपने व्यवसायों के भविष्य की ओर देख रहे हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था तेज़ी से बढ़ रही है। भारत में मध्यम वर्ग बहुत तेज़ी से उभर रहा है। भारत एक विश्वसनीय व्यापारिक साझेदार के रूप में उभर रहा है, और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है जहाँ कानून का शासन है।ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने समझौते के दौरान कहा कि भारत के साथ व्यापार समझौता हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है। वाणिज्य मंत्री ने कहा कि अमेरिका, यूरोपीय संघ (ईयू), ओमान और न्यूज़ीलैंड जैसे देशों के साथ व्यापार समझौतों पर बातचीत में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। पेरू और चिली जैसे देशों के साथ भी व्यापार वार्ता चल रही है।
यूपीए सरकार ने बातचीत बीच में ही छोड़ दी थी
गोयल ने कहा कि ब्रिटेन के साथ व्यापार समझौते पर बातचीत यूपीए सरकार के दौरान शुरू हुई थी, लेकिन ब्रिटिश सरकार ने इसे बीच में ही छोड़ दिया। इस पर बातचीत 2022 में मोदी सरकार के तहत शुरू हुई और हमने इसे अंतिम रूप दे दिया है, जिससे भारत के निर्यात को काफी लाभ होगा।उन्होंने कहा कि यूपीए शासन के दौरान आसियान और अन्य देशों के साथ हुए व्यापार समझौतों से भारत को कोई लाभ नहीं हुआ है। इन देशों ने भारतीय उत्पादों के लिए अपने दरवाजे बहुत कम खोले हैं, जबकि हमने उनके लिए अपने दरवाजे पूरी तरह से खोल दिए हैं।

