विदेश से Shashi Tharoor और Owaisi की पाकिस्तान को लताड़, आतंकियों के मरने पर शोक क्यों जताया?

कांग्रेस सांसद इस समय कोलंबिया की राजधानी बोगोटा में हैं। वे आतंकवाद के खिलाफ भारत के सफल ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी साझा करने के लिए एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने बोगोटा में पाकिस्तान के आतंक का चेहरा उजागर करते हुए कहा कि हम अच्छी तरह जानते हैं कि पाकिस्तान के 81 प्रतिशत रक्षा उपकरण चीन से आते हैं। रक्षा एक बहुत उदार शब्द है। यह वास्तव में पाकिस्तान की रक्षा के लिए एक सैन्य उपकरण नहीं है। इनमें से अधिकांश का उपयोग वह रक्षा के लिए नहीं बल्कि हमले के लिए करता है। पाकिस्तान में चीन की सबसे बड़ी परियोजना बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव है, जो चीन को दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान के एक बंदरगाह से जोड़ती है। इस गलियारे के माध्यम से चीन तक बहुत तेजी से और किफायती तरीके से माल पहुंचाया जा सकता है। हम इस बात से वाकिफ हैं। हमारी लड़ाई उन लोगों के खिलाफ है जो हमारे खिलाफ आतंक को बढ़ावा देते हैं।
#WATCH | Bogotá, Colombia | Congress MP Shashi Tharoor says, "...We are here looking for understanding... We have the impression that perhaps the situation was not fully understood when that one statement (Colombia extending condolences for deaths in Pakistan after Indian strikes… pic.twitter.com/ZJvo4WXlyP
— ANI (@ANI) May 30, 2025
थरूर ने कहा कि हम कोलंबियाई सरकार की प्रतिक्रिया से थोड़े निराश हैं। मुझे लगता है कि शायद स्थिति को पूरी तरह से नहीं समझा गया था जब कोलंबिया ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारत के हमले में मारे गए लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की थी। हमारे लिए समझ बहुत महत्वपूर्ण है। भारत एक ऐसा देश है जो वास्तव में दुनिया में रचनात्मक प्रगति के लिए एक ताकत रहा है। हम निश्चित रूप से उम्मीद करते हैं कि अन्य सरकारें आतंकवादियों को सुरक्षित पनाह और संरक्षण देने वालों से ऐसा करना बंद करने के लिए कहेंगी। यह वास्तव में बहुत मददगार होगा, चाहे वह सुरक्षा परिषद में हो या उसके बाहर।
थरूर ने कहा कि जैसा कि मैंने पहले भी कहा है कि हमारे पास बहुत मजबूत सबूत हैं। जब पहलगाम में आतंकी हमला हुआ, तो इसकी जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट नामक आतंकी संगठन ने ली थी। यह संगठन पाकिस्तान के मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा की एक इकाई है
उन्होंने कहा कि हम कोलंबिया में अपने दोस्तों को बताएंगे कि आतंकवादियों को भेजने वालों और उनका विरोध करने वालों के बीच समानता नहीं हो सकती। इसी तरह, जो लोग हमला करते हैं और जो खुद की रक्षा करते हैं, उन्हें एक ही तराजू में नहीं तौला जा सकता। हम केवल आत्मरक्षा के अपने अधिकार का प्रयोग कर रहे हैं और अगर इस पर कोई गलतफहमी है, तो हम इसे दूर करने के लिए तैयार हैं। हमें कोलंबिया सरकार से पाकिस्तान और पीओके में भारत के सैन्य अभियानों के बारे में विस्तृत जानकारी साझा करने में खुशी होगी। आपको बता दें कि शशि थरूर के नेतृत्व में एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल पांच देशों गुयाना, पनामा, कोलंबिया, अमेरिका और ब्राजील की यात्रा पर है।