पाकिस्तान को 'बेनकाब'करने से लेकर 'ड्रैगन' की नई चाल तक...भारत की रणनीति के आगे जब पस्त दिखे चीन और PAK

अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का बढ़ता कद एक बार फिर दुनिया देखेगी! जुलाई महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की अध्यक्षता भारत को मिलने जा रही है। इस महत्वपूर्ण अवसर को भारत अपनी वैश्विक भूमिका और प्रभाव को और मजबूत करने के लिए पूरी तरह भुनाने को तैयार है। हालांकि, इस बीच ऐसी आशंकाएं भी तेज हो गई हैं कि पाकिस्तान इस मंच का दुरुपयोग भारत को बदनाम करने और 'विक्टिम कार्ड' खेलने के लिए कर सकता है। लेकिन, भारत इस बार पहले से कहीं ज्यादा तैयार है!
पाकिस्तान का 'झूठ' बेनकाब करेगा भारत, फोकस विकास और आतंकवाद पर
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान भारत के खिलाफ झूठे नैरेटिव फैलाने और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से सहानुभूति बटोरने के लिए UNSC अध्यक्ष पद के मंच का दुरुपयोग करने की हर संभव कोशिश करेगा। लेकिन, भारत पहले से ही पूरी तरह सतर्क है और इन संभावित दुष्प्रचार प्रयासों को विफल करने के लिए एक ठोस रणनीति तैयार कर चुका है। जुलाई में भारत का मुख्य फोकस अपनी मजबूत आर्थिक स्थिति, तेजी से बढ़ते विदेशी निवेश और सफल स्टार्टअप क्रांति की कहानी को दुनिया के सामने रखने पर होगा। इसके साथ ही, भारत आतंकवाद के मुद्दे पर भी पूरी दृढ़ता से अपनी बात रखेगा और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस गंभीर खतरे के खिलाफ एकजुटता की पुरजोर अपील करेगा।
कश्मीर पर पाकिस्तान की चाल, भारत का सटीक जवाब
ET की रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाई में UNSC की अध्यक्षता मिलते ही पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फिर से उछालने की कोशिश करेगा। यही नहीं, वह इस्लामी सहयोग संगठन (OIC) की एक विशेष बैठक बुलाने की भी तैयारी में है, जिसमें कश्मीर और फिलिस्तीन जैसे मुद्दों को उठाया जा सकता है। लेकिन भारत इस बार पाकिस्तान को अपनी चालों में कामयाब नहीं होने देगा। भारत ने न्यूयॉर्क में एक शक्तिशाली फोटो प्रदर्शनी आयोजित करने की योजना बनाई है। यह प्रदर्शनी पहलगाम हमले जैसे वीभत्स कृत्यों के जरिए आतंकवाद की वजह से मानवता को हुए नुकसान को दर्शाएगी। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन स्वयं विदेश मंत्री एस जयशंकर करेंगे, जो उस समय क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने अमेरिका में होंगे।
वैश्विक शांति और सुरक्षा पर खुली बहस: भारत का नेतृत्व
22 जुलाई को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को लेकर एक खुली बहस का आयोजन करेगी। इस दौरान विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों के माध्यम से शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देने और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान पर गहन चर्चा होगी। यह मंच भारत को वैश्विक मुद्दों पर अपना नेतृत्व दिखाने का एक और अवसर प्रदान करेगा।
एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि भारत ने पूरे महीने के लिए विकास और वैश्विक सहयोग पर केंद्रित कार्यक्रमों की योजना बनाई है। इनमें भारत की आर्थिक सफलता, निवेश में बढ़ोतरी, स्टार्टअप कल्चर और डिजिटल प्रगति जैसी कहानियों को प्रमुखता से सामने लाया जाएगा। स्पष्ट है कि जहां पाकिस्तान एक बार फिर कश्मीर मुद्दे को लेकर अपना पुराना, घिसा-पिटा नैरेटिव दोहराने की कोशिश करेगा, वहीं भारत की रणनीति इस बार कहीं ज्यादा आक्रामक, तथ्यों पर आधारित और भविष्योन्मुखी होगी। जुलाई का महीना अंतरराष्ट्रीय कूटनीति के लिए बेहद अहम होने वाला है, जिसमें भारत अपनी क्षमताओं और दृढ़ता का प्रदर्शन करेगा।