ईरान ने माना यूक्रेन विमान हादसे में रूसी मिसाइलों का इस्तेमाल
जयपुर।अमेरिकी एयर स्ट्राइक में ईरानी शीर्ष सैन्य जनरल कासिम सुलेमानी को मौत के घाट उतार देने के बाद दोनो देशों के बीच तनाव बढ़कर युद्धस्तर पर पहुंच गया था।लेकिन इस दौरान ईरान में हुए यूक्रेन विमान हादसे से इस तनाव का रूख मोड़ कर ईरान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बना दिया था।जिसके बाद ईरान ने यूक्रेन के यात्री विमान पर हमले की बात ईरानी सेना के द्वारा गलती से मार गिराना स्वीकार कर लिया था।
इस विमान हादसे इसमें सवार 176 लोगो की मौत हो गई थी।जिसके बाद अब ईरान ने यह मान लिया है कि उसकी सेना ने यूक्रेन के विमान पर दो मिसाइल दागी थी और ईरान ने इस बात को भी स्वीकार किया है कि यह मिसाइले रूस की बनाई हुई थी।
ईरानी सेना के द्वारा दागी गई मिसाइल टीओआर—एम1 रूस में बना एक ऐसा मिसाइल सिस्टम है, जो जमीन से आसमान तक वार सटीक हमला करने में सक्षम है। सूत्रों का मानना है कि यह मिसाइल सिस्टम रूसी तकनीक का बेहतर मिसाइल सिस्टम है, जो हर प्रकार की परिस्थिति में काम करता है।
ईरान ने साल 2017 में रूस से 29 टीओआर—एम1 मिसाइल सिस्टम खरीदे थे और इनका इस्तेमाल ईरान ने यूक्रेन के विमान को मार गिराने में किया है।हालांकि इससे पहले ईरान इस हमले से इंकार करता नजर आया था लेकिन
अमेरिका,ब्रिटेन और कनाडा ने ईरान पर इस हमले का आरोप लगाया था और कनाडा के राष्ट्रपति जस्टिन ट्रूडो ने ईरान के खिलाफ पुख्ता सबूत होने की बात कहकर ईरान पर दबाव बना और ईरान ने इस बात को स्वीकार किया था कि यह विमान हादसा ईरानी सेना की गलती की वजह से हुआ है।