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मैं नहीं होता तो चुनाव नहीं जीत पाते... एलन मस्‍क ने अमेरिका के राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप पर किया जवाबी वार

दुनिया के सबसे अमीर शख्स और टेस्ला, एक्स (पूर्व ट्विटर) और स्पेसएक्स जैसी कंपनियों के मालिक एलन मस्क ने हाल ही में अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लेकर किए गए अपने बयानों पर माफी मांगी है। उन्होंने ट्विटर (अब एक्स) पर पोस्ट करते हुए लिखा...
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दुनिया के सबसे अमीर शख्स और टेस्ला, एक्स (पूर्व ट्विटर) और स्पेसएक्स जैसी कंपनियों के मालिक एलन मस्क ने हाल ही में अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लेकर किए गए अपने बयानों पर माफी मांगी है। उन्होंने ट्विटर (अब एक्स) पर पोस्ट करते हुए लिखा, “मुझे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर पिछले हफ्ते किए गए कुछ पोस्ट के लिए खेद है। वे हद से आगे चले गए।” यह माफीनामा तब आया है जब दोनों के बीच बीते कुछ दिनों से जमकर सार्वजनिक कलह हो रही थी। इस माफी के साथ ही एक बार फिर यह बहस तेज हो गई है कि क्या राजनीति और टेक्नोलॉजी के सबसे शक्तिशाली चेहरे एक-दूसरे के आमने-सामने आ चुके हैं? एलन मस्क का पछतावा जताना इस बात का संकेत हो सकता है कि टकराव की लकीरें अब और चौड़ी होने जा रही हैं।

2. खर्च बिल पर विवाद से शुरू हुई तकरार

इस पूरे विवाद की शुरुआत तब हुई जब एलन मस्क ने डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के प्रस्तावित खर्च बिल की कड़ी आलोचना की। ट्रंप के संभावित दूसरे कार्यकाल के लिए यह खर्च बिल उनके घरेलू एजेंडे की रीढ़ माना जा रहा है, लेकिन मस्क ने इसे “disgusting abomination” यानी 'घिनौना विधेयक' करार देते हुए इसकी निंदा की। इतना ही नहीं, मस्क ने उन रिपब्लिकन सांसदों के खिलाफ खुलकर राजनीतिक बदले की अपील की जिन्होंने इस बिल का समर्थन किया। उनके पोस्ट में साफ तौर पर यह आग्रह दिखा कि इस बिल के समर्थकों के खिलाफ चुनावों में कड़ी चुनौती खड़ी की जानी चाहिए। इस तीखे विरोध के बाद सियासी गलियारों में हलचल मच गई और यह स्पष्ट हो गया कि मस्क अब केवल एक टेक्नोलॉजी उद्यमी नहीं बल्कि एक प्रभावशाली राजनीतिक आवाज भी बन चुके हैं।

3. ट्रंप की चेतावनी और एपस्टीन फाइल्स विवाद

एलन मस्क के तीखे तेवरों पर डोनाल्ड ट्रंप ने भी चुप्पी नहीं साधी। शनिवार को एनबीसी न्यूज से बातचीत करते हुए उन्होंने एलन मस्क को स्पष्ट चेतावनी दी। ट्रंप ने कहा कि अगर मस्क रिपब्लिकन सांसदों के खिलाफ चुनौतियों को फंडिंग देना जारी रखते हैं, तो उन्हें इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। एक इंटरव्यू में जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या उनका और मस्क का रिश्ता अब खत्म हो चुका है, तो ट्रंप ने जवाब दिया, “मुझे लगता है कि ये हो चुका है। मैं बहुत व्यस्त हूं और मैंने भारी मतों से चुनाव जीता है। मस्क को मैंने अपने प्रशासन में कई मौके दिए थे, लेकिन अब वो अतीत की बात है।”

ट्रंप की नाराजगी तब और बढ़ गई जब मस्क ने एक ट्वीट कर दावा किया कि ट्रंप का नाम कुख्यात ‘एपस्टीन फाइल्स’ में है। एलन मस्क ने कहा कि सरकार इसलिए फाइलें सार्वजनिक नहीं कर रही क्योंकि उनमें ट्रंप का नाम शामिल है। हालांकि, इस ट्वीट को मस्क ने बाद में डिलीट कर दिया, लेकिन तब तक यह आग लगा चुका था। इसके जवाब में ट्रंप ने एलन मस्क को दी गई सरकारी सब्सिडी और कॉन्ट्रैक्ट खत्म करने की धमकी दे डाली। उन्होंने कहा कि अगर मस्क ने अपनी सीमाएं नहीं समझीं तो उनकी कंपनियों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।

अमेरिकी सत्ता और टेक्नो-साम्राज्य की खींचतान

यह टकराव केवल दो व्यक्तियों के बीच नहीं है, बल्कि यह अमेरिका की सत्ता और टेक्नोलॉजी की ताकत के बीच की खींचतान का प्रतिनिधित्व करता है। एक तरफ ट्रंप हैं, जो एक बार फिर राष्ट्रपति बनने की कोशिश में हैं, और दूसरी तरफ मस्क हैं, जो सोशल मीडिया, अंतरिक्ष, इलेक्ट्रिक वाहन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। दोनों की यह लड़ाई यह भी दर्शाती है कि आधुनिक राजनीति अब केवल नेताओं की नहीं रह गई, बल्कि टेक अरबपतियों की राय भी इसका अहम हिस्सा बन चुकी है।

आगामी चुनावों के मद्देनजर यह देखना दिलचस्प होगा कि यह टकराव और कितनी गहराई पकड़ता है और क्या यह अमेरिका की नीति-निर्माण प्रक्रिया पर कोई बड़ा असर डालता है। अभी के लिए इतना साफ है कि एलन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप की यह लड़ाई सिर्फ शब्दों तक सीमित नहीं रहेगी, इसका असर वॉशिंगटन से लेकर वॉल स्ट्रीट तक महसूस किया जाएगा।

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