भारत से बड़ा व्यापार समझौता चाहते हैं ट्रंप, कहा- पूरी ट्रेड बाधाएं हटाने की कोशिश में

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि वह भारत के साथ एक ऐसा व्यापार समझौता करना चाहते हैं जिसमें सभी व्यापार बाधाएं पूरी तरह से खत्म हो जाएं। उन्होंने इसे अकल्पनीय बताया लेकिन साथ ही कहा कि भारत के साथ ऐसा समझौता जरूरी है ताकि अमेरिका बिना किसी बाधा के भारत में व्यापार कर सके। व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि अभी भारत में व्यापार करना बहुत मुश्किल है। आप वहां जाने के बारे में सोच भी नहीं सकते, लेकिन हम ऐसा समझौता चाहते हैं जिससे सभी व्यापार बाधाएं खत्म हो जाएं। ट्रंप ने यह बयान टैरिफ की 9 जुलाई की डेडलाइन से पहले दिया है,
दरअसल ट्रंप रेसिप्रोकल टैरिफ लागू करने की योजना बना रहे हैं। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह तारीख तय नहीं है और अमेरिका इस पर जो चाहे कर सकता है। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि मैं अगले कुछ दिनों में कई देशों को एक पत्र भेजने वाला हूं, जिसमें लिखा होगा कि वे अमेरिका को कितना टैरिफ देंगे। हम तारीख बढ़ा या घटा सकते हैं। अगर मेरा बस चले तो मैं अभी सबको पत्र भेजकर कहूंगा कि बधाई हो, अब आपको 25% टैरिफ देना ही होगा। भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता में गतिरोध ट्रंप के इन बयानों के बीच यह बात सामने आई है कि भारत और अमेरिका के बीच कई व्यापार वार्ताएं ठप हो गई हैं।
दोनों देश स्टील, ऑटो पार्ट्स और कृषि उत्पादों पर टैरिफ को लेकर सहमत नहीं हो पा रहे हैं। भारत चाहता है कि अमेरिका 26 फीसदी टैरिफ प्रस्ताव को वापस ले, जो 9 जुलाई से लागू होने वाला है। इसके अलावा भारत स्टील और ऑटो पार्ट्स पर पहले से लगे अमेरिकी टैरिफ से भी छूट चाहता है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक भारत ने बादाम, पिस्ता और अखरोट पर टैरिफ कम करने का अमेरिका को प्रस्ताव दिया है और ऊर्जा, रक्षा और ऑटोमोबाइल सेक्टर में अमेरिकी उत्पादों को तरजीह देने का भी संकेत दिया है। हालांकि अमेरिकी वार्ताकारों ने अभी तक इन प्रस्तावों पर सहमति नहीं जताई है। लंबी साझेदारी पर भारत का भरोसा इस गतिरोध के बावजूद भारत ने अमेरिका के साथ लंबी साझेदारी के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई है।
भारतीय अधिकारियों ने कहा कि भारत अपनी नीतिगत स्वायत्तता बनाए रखते हुए अमेरिका को एक भरोसेमंद आर्थिक साझेदार मानता है। फरवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच एक समझौता हुआ था, जिसमें यह तय हुआ था कि 2025 की शरद ऋतु तक एक प्रारंभिक व्यापार समझौता पूरा हो जाएगा और 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार बढ़कर 500 अरब डॉलर हो जाएगा। 2024 में यह व्यापार करीब 191 अरब डॉलर का था।
भारत-पाक के बीच तनाव को लेकर बड़ा दावा ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को लेकर भी बड़ा दावा किया है। ट्रंप के मुताबिक उन्होंने भारत और पाकिस्तान को संदेश दिया था कि अगर दोनों देश युद्ध जारी रखते हैं तो अमेरिका उनके साथ सभी व्यापार समझौते रद्द कर देगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि उन्होंने वित्तीय कार्यकारी हॉवर्ड ल्यूटनिक से भारत और पाकिस्तान को अपना संदेश देने को कहा था। संदेश में दोनों देशों को चेतावनी दी गई थी कि अगर वे युद्ध जारी रखते हैं तो अमेरिका उनके साथ सभी व्यापार समझौते खत्म कर देगा। इस चेतावनी के बाद दोनों देशों ने एक-दूसरे से संपर्क किया और लड़ाई बंद कर दी।