पैसा, पॉवर, पॉलिटिक्स... 'ब्रेकअप' के बाद ट्रंप और मस्क एक-दूसरे पर 8 तरीकों से कर सकते हैं वार

दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क के लिए राजनीति में दिलचस्पी लेना अब एक भारी भूल साबित होती नजर आ रही है। मस्क और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच कभी दोस्ताना रहे संबंध अब सार्वजनिक दुश्मनी में तब्दील हो चुके हैं। यह टकराव मस्क की प्रमुख कंपनियों टेस्ला और स्पेसएक्स दोनों के लिए बेहद महंगा साबित हो रहा है। न सिर्फ शेयर बाजार में उनकी कंपनियों को झटका लग रहा है, बल्कि उन्हें मिलने वाले सरकारी अनुबंध और सब्सिडी भी खतरे में हैं।
1. टेस्ला: शेयरों में ऐतिहासिक गिरावट
एलन मस्क की सबसे प्रमुख और मुनाफे वाली कंपनी टेस्ला, जो इलेक्ट्रिक कारों का निर्माण करती है, इस साल अब तक के सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले लार्ज-कैप स्टॉक्स में शामिल हो चुकी है। मस्क के राजनीति में उतरने और ट्रंप के खिलाफ बोलने के बाद टेस्ला के शेयरों की वैल्यू में लगातार गिरावट आई है। जब ट्रंप ने “ड्रिल बेबी, ड्रिल” जैसे नारे के साथ पेट्रोलियम आधारित वाहनों की बिक्री को बढ़ावा दिया और अपने दूसरे कार्यकाल में तेल कंपनियों को फिर से सशक्त करने की मंशा जताई, तभी से इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की मांग में गिरावट शुरू हो गई। इसका सीधा असर टेस्ला की बिक्री और उसके शेयरों पर पड़ा।
ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद ही टेस्ला के शेयर और नीचे गिरने लगे। लेकिन सबसे बड़ा झटका 5 जून को तब लगा, जब ट्रंप और मस्क के बीच जुबानी जंग खुलकर सामने आ गई। इसी दिन टेस्ला के शेयर में 14 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई और महज कुछ घंटों में 152 अरब डॉलर का बाजार मूल्य साफ हो गया। 2025 की शुरुआत से अब तक टेस्ला के वैल्यूएशन में कुल 380 अरब डॉलर से अधिक की कमी आ चुकी है, जिससे यह लार्ज-कैप श्रेणी का सबसे अधिक नुकसान उठाने वाला स्टॉक बन गया है। इस साल अब तक कंपनी का मार्केट कैप 29.3 प्रतिशत घटकर 917 अरब डॉलर रह गया है।
2. स्पेसएक्स: अमेरिका की अंतरिक्ष रणनीति पर मंडराता संकट
एलन मस्क की दूसरी सबसे बड़ी महत्वाकांक्षी परियोजना है रॉकेट निर्माता कंपनी स्पेसएक्स, जो अमेरिका की अंतरिक्ष योजनाओं का एक अहम हिस्सा है। स्पेसएक्स का मूल्यांकन दिसंबर 2024 में एक आंतरिक कर्मचारी शेयर बायबैक के बाद 350 अरब डॉलर था। फोर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार यह अमेरिका की सबसे मूल्यवान निजी कंपनी बन चुकी है। नासा भी अपने कई प्रमुख मिशनों के लिए पूरी तरह से स्पेसएक्स पर निर्भर है। लेकिन अब ट्रंप और मस्क के बीच की राजनीतिक खींचतान का असर इस कंपनी पर भी नजर आने लगा है। ट्रंप ने यह साफ संकेत दे दिए हैं कि मस्क की कंपनियों को मिलने वाले करीब 22 अरब डॉलर के सरकारी अनुबंध रद्द किए जा सकते हैं।
इस पर मस्क ने भी पलटवार करते हुए कहा है कि वे नासा द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्ष यान का निर्माण बंद कर देंगे। यदि मस्क ऐसा करते हैं, तो नासा की सबसे बड़ी मुश्किल यह होगी कि उसके पास कोई अन्य विकल्प नहीं बचेगा, जिससे वह अपने अंतरिक्ष यात्रियों को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन तक भेज सके। गौरतलब है कि इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन एक 100 बिलियन डॉलर की अंतरिक्ष प्रयोगशाला है, जो अमेरिका समेत कई देशों के सहयोग से संचालित होती है। यदि नासा इस तक पहुंच नहीं बना पाया, तो अमेरिका की अंतरिक्ष नीति और वैश्विक नेतृत्व पर गहरा असर पड़ेगा।
3. क्या राजनीति ने मस्क की कंपनियों को डुबो दिया?
एलन मस्क का राजनीति में खुलकर सामने आना अब सवालों के घेरे में है। मस्क एक ओर तो “फ्री स्पीच” के नाम पर ट्विटर (अब एक्स) का संचालन करते हैं और दूसरी ओर ट्रंप के समर्थकों और विरोधियों दोनों के बीच बयानबाजी में उलझे हुए हैं। इस अस्थिरता का असर सीधा निवेशकों के विश्वास पर पड़ा है। मस्क की दोनों प्रमुख कंपनियों के मौजूदा हालात से यह स्पष्ट है कि तकनीक और राजनीति का मिश्रण हर बार सफल नहीं होता। मस्क भले ही एक तकनीकी जीनियस हों, लेकिन जब बात सत्ता की राजनीति में टकराव की हो, तो असर सीधा बाजार पर और भविष्य की रणनीतियों पर पड़ता है। ट्रंप के संभावित दोबारा राष्ट्रपति बनने की स्थिति में मस्क के लिए यह संघर्ष और भी बड़ा हो सकता है। उनकी कंपनियों को मिलने वाले सरकारी समर्थन में कटौती की संभावना और ट्रंप की व्यक्तिगत नाराजगी दोनों ही एलन मस्क को तकनीकी दुनिया में अकेला कर सकते हैं।
निष्कर्ष
एलन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप के बीच की यह राजनीतिक जंग अब निजी सीमा से निकलकर अमेरिका की टेक्नोलॉजी, स्पेस प्रोग्राम और अर्थव्यवस्था तक पहुंच गई है। यह टकराव केवल दो शक्तिशाली व्यक्तियों की लड़ाई नहीं बल्कि तकनीक और सत्ता के बीच की एक बड़ी लड़ाई बनता जा रहा है, जिसका असर लंबे समय तक दिखाई दे सकता है।