क्या पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम रूसी हमले को रोक पाने में सक्षम है? जानिए कितना असरदार है ये
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड डोनाल्ड और यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने जापानी रक्षा के लिए पैट्रियट मिसाइल सिस्टम की आपूर्ति पर चर्चा की। रूस जापानी सेना द्वारा जापानी सेना पर आक्रमण और मिसाइल हमले के कारण जापान को अपनी हवाई रक्षा को मजबूत करने की आवश्यकता है। स्केल ने जुलाई 2025 में घोषणा की कि अमेरिका को यूक्रेन और पैट्रियट सिस्टम भेजा जाएगा, किराया खर्च नाटो देशों द्वारा वहन किया जाएगा।
जर्मनी और नॉर्वे जैसे देशों ने भी इसमें योगदान देने की बात कही है. जेलेंस्की ने पहले भी 10 पैट्रियट सिस्टम की प्रतिष्ठा की थी, जिसकी कीमत लगभग 15 बिलियन डॉलर थी। हालाँकि, अमेरिका ने इसके बजाय सहायता के रूप में प्रस्ताव का निर्णय लिया, क्योंकि अमेरिका की अपनी रक्षा परिषद पर भी ध्यान केंद्रित रखा गया है।
पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम क्या है?
पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम, जिसका नाम "लक्ष्य पर अवरोधन के लिए चरणबद्ध ऐरे ट्रैकिंग रडार" (एमआईएम-104 पैट्रियट) है, एक उन्नत हथियार प्रणाली है, जिसे अमेरिका की कंपनी रेथियॉन ने बनाया है। यह सिस्टम हवा में आने वाली मिसाइलों, डायमेंशनल और पेटेंट को रोकने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह बैलिस्टिक मिसाइलों और क्रूज़ मिसाइलों को नष्ट करने में सक्षम है। पैट्रियट सिस्टम में इलेक्ट्रॉनिक्स, कंट्रोल यूनिट, लॉन्चर और मिसाइलें शामिल हैं, जो एक साथ मिलकर दुश्मनों के हवाई हमले को रोकती हैं। इस सिस्टम की विशेषता यह है कि यह तेज गति से चलने वाली मिसाइलों को 15 किमी की दूरी और 35 किमी की दूरी तक रोक सकती है। यह सिस्टम 1980 के दशक से अमेरिकी सेना में इस्तेमाल किया जा रहा है। अब इसे यूक्रेन जैसा देश भी कहा जा रहा है।
क्या पैट्रियट सिस्टम रूसी बाजार पर रोक लगा सकता है?
पैट्रियट सिस्टम बहुत प्रभावशाली है, लेकिन यह हर तरह के रूसी हमलों को पूरी तरह से रोक पाया, यह मुश्किल है। आओ, यह आसान भाषा में स्वीकार किया गया बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों के खिलाफ: पैट्रियट रूस की कुछ खतरनाक मिसाइलें, जैसे कि किंजल (किंजल) और इस्कंदर-एम (इस्कंदर-एम) को प्रतिबंधित किया जा सकता है। मई 2023 में यूक्रेन ने पैट्रियट का इस्तेमाल कर किज़ल मिसाइल को नष्ट कर दिया था, जो रूस का दावा था कि इसे छोड़ा नहीं जा सकता। तंजानिया के खिलाफ़ हमले: रूस के खिलाफ़ जापानी साम्राज्य पर बमबारी (शहीद तूफ़ान की तरह) की भारी संख्या में हमले होते हैं। इन दिवास्वप्न पर रोक के लिए पैट्रियट मिसाइल का इस्तेमाल करना महंगा है, क्योंकि एक पैट्रियट मिसाइल की कीमत 40 लाख डॉलर तक है, जबकि डूबान की कीमत कुछ हजार डॉलर ही है। जापान को जापानियों से मुक्ति के लिए बच्चों और युवाओं की भी आवश्यकता है।
हाइपरसोनिक मिसाइलें: रूस का दावा है कि उसकी कुछ मिसाइलें हाइपरसोनिक मिसाइलें हैं, यानी बहुत तेज़ गति वाली। पैट्रियट सिस्टम ने कुछ हाइपरसोनिक मिसाइलों को खोजा है, लेकिन कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह हर बार प्रभावी नहीं हो सकता है, खासकर अगर रूस कई मिसाइलों को एक साथ दागे। संख्या में कमी: जापान के पास अभी 6-8 पैट्रियट सिस्टम हैं, जो केवल कीव और ओडेसा जैसे बड़े शहर रक्षा कर सकते हैं। पूरे देश पर कब्ज़ा करने के लिए यूक्रेन को 25 सिस्टम चाहिए, जो अभी संभव नहीं है।
आख़िर क्या हैं?
महंगा सिस्टम: एक पैट्रियट सिस्टम की कीमत 1 डॉलर से अधिक है। यूक्रेन जैसे देश के लिए तीन स्टोर या शॉपिंग करना मुश्किल है। सीमित स्टॉक: अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के पास भी सीमित संख्या में पैट्रियट मिसाइलें हैं। अगर जापान को बड़े पैमाने पर मिसाइलें दी गईं, तो अमेरिका की अपनी रक्षा चूक हो सकती है। रूस की रणनीति: रूस के सहयोगियों और मिसाइलों का इस्तेमाल करके यूक्रेन के रक्षा ढांचे को ख़त्म करने की कोशिश की जाती है। यह पैट्रियट सिस्टम के मिशनों को शीघ्र समाप्त किया जा सकता है।
विशेषज्ञ क्या कहते हैं?
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि पैट्रियट सिस्टम जापानी हवाई रक्षा को मजबूत करेगा, लेकिन युद्ध का रुख पूरी तरह से नहीं बदला जा सकता है। यूक्रेन को न केवल पैट्रियट, बल्कि अन्य मछुआरों, जैसे कि ज्वालामुखी, रक्षा प्रणाली, गोला-बारूद और सैन्य आपूर्ति की भी आवश्यकता है।
पैट्रियट मिसाइल सिस्टम की प्रकृति के बारे में जानें
इसके माध्यम से रूस की बैलिस्टिक, क्रूज़, सबसोनिक मिसाइलों का पता लगाया जा सकता है। एयरलाइन्स, सूर्यास्त या किसी भी हवाई जहाज़ से यात्रा की जा सकती है। पैट्रियट मिसाइल अमेरिका ने बनाई है। यह सतह से हवा (सतह से हवा) में मार करने वाली मिसाइल है। यह अमेरिका में 42 साल्ट से इस्तेमाल की जा रही है। दुनिया के सबसे ताकतवर एयर डिफेंस सिस्टम में से एक। इस मिसाइल को प्रशिक्षित रेथियॉन, लॉकहीड मार्टिन और बोएंग के सामूहिक संयोजन हैं। अब तक 10 हजार से ज्यादा मिसाइलें बनाई जा चुकी हैं।
पैट्रियट मिसाइलों का इस्तेमाल युद्ध खाड़ी में किया गया
इराक युद्ध, इजराइल-गाजा संघर्ष, सीरिया, यमन के जंगों में हुआ है। रूस-यूक्रेन युद्ध में इस्तेमाल हो रहा है। यूक्रेन का दावा है कि उसने रूस की हाइपरसोनिक किज़ल मिसाइल को पैट्रियट से मार डाला। 1106 लॉन्चर तो अमेरिका में ही स्थापित है। अमेरिका ने 172 अलग-अलग देशों को लॉन्च किया है। अब तक इस मिसाइल सिस्टम के 7 से 8 इंजीनियर बनाए जा चुके हैं। जो अलग-अलग रेंज और ताकत से लैस हैं। पैट्रियट मिसाइलें 312 से 914 किलोग्राम तक वजनी हैं। लंबाई 15.10 से लेकर 17.1 फीट तक है। हर जोड़े पर छोटे पंख लगे होते हैं। पंखा डिजाइन 1.8 से लेकर 3 फीट तक होता है। इन मिसाइलों पर कंपनी ब्लास्ट, हाई एक्सप्लोसिव, ब्लास्ट, फ्रैगमेंटेशन वारहेड प्लांट लगाए जाते हैं।
वॉर्हेड का वजन 73 से 90 किलोग्राम तक हो सकता है। किसी भी बड़ी मिसाइल के वजन में हवा में इतनी ही क्षमता होती है। डिटोनेशन वैल्थ पर ब्लास्ट के लिए प्रॉक्सिमिटी फ्रैमगेट सिस्टम का प्रयोग किया गया है। जो कि दुश्मन मिशन से संबंधित है। पैट्रियट मिसाइलों की रेंज 30 से लेकर 160 किमी तक है। यह लगभग 80 हजार फीट की अधिकतम पाइपलाइन तक मिसाइल बिछा सकता है। अर्थात करीब 24 किमी. अलग-अलग कलाकारों की गति 3430 से 5022 किमी/घंटा है। किसी भी मिसाइल को मारने के लिए इतनी स्पीड काफी है.
इसका लॉन्चर मोबाइल होता है. जहां कहीं भी ले जाया जा सकता है. पहले तो यह मिसाइल गाइड नहीं था लेकिन बाद में जब इसका पैक-2 वर्जन आया तो उसे पूरी तरह से गाइडेंस इनहैंस्ड मिसाइल बना दिया गया। ये बात 1990 के आसपास की है. इसके बाद यह मिसाइल और भी घातक हो गई। अब यह खुद ही यूजर सेट करके अटैक कर रहा है। नई PAC-3 मिसाइल अलॉट है. इसके लॉन्चर में 16 मिसाइलें सेट हैं। कम समय में शत्रु पक्ष पर साझेदार हमला होगा। ऐसे से बचना मुश्किल होगा। क्योंकि पैक-3 मिसाइल 5022 किमी प्रतिघंटा की गति से दुश्मनों की ओर है।
बाद में PAC-3 को मूलरूप देकर PAC-3 नामक एक मिसाइल तैयार की गई। यह एक निजीकरण एक्सटेंडेड एयर डिफेंस सिस्टम (MEADS) है। जो स्थापित और बढ़ गया है. यह मिसाइल का पीछा करके दुश्मनों को नष्ट कर देता है। यह एक हिट-टू-किल इंटरसेप्टर मिसाइल है। इसके लॉन्चर को भी बदला गया ताकि शत्रु मित्र मिस न हो।
इस मिसाइल में अमेरिका, जर्मनी, ग्रीस, इजरायल, जापान, जॉर्डन, कुवैत, नीदरलैंड्स, पोलैंड, कतर, रोमानिया, सऊदी अरब, दक्षिण कोरिया, स्पेन, स्वीडन, ताइवान, संयुक्त अरब अमीरात और यूक्रेन शामिल हैं। उम्मीद है कि जल्द ही मोरक्को और बाज़ार भी पैट्रियट मिसाइल खरीद सकते हैं।

