भारत ने पाकिस्तान को सुनाई खरी-खरी; बताया आतंक का गढ़, कहा- हम जैश जैसे संगठनों की दहशतगर्दी से रहे त्रस्त
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पर्वतनेनी हरीश ने आतंकवाद को बढ़ावा देने और उसकी अर्थव्यवस्था को कमज़ोर करने के लिए पाकिस्तान की कड़ी आलोचना की। शांति और बहुपक्षवाद पर एक उच्च-स्तरीय बहस में भाग लेते हुए, भारत ने पाकिस्तान को बार-बार आईएमएफ से कर्ज़ लेने वाला और उग्रवाद व आतंकवाद में फंसा हुआ बताया।
#IndiaAtUN
— India at UN, NY (@IndiaUNNewYork) July 22, 2025
PR @AmbHarishP delivered 🇮🇳’s statement at the @UN Security Council High Level Open Debate on Promoting International Peace and Security through Multilateralism and Peaceful Settlement of Disputes. @MEAIndia @IndianDiplomacy pic.twitter.com/A3jp6ojkJy
उन्होंने कहा कि एक ओर भारत में एक परिपक्व लोकतंत्र, उभरती अर्थव्यवस्था और समावेशी समाज है। वहीं दूसरी ओर, पाकिस्तान उग्रवाद और आतंकवाद में फंसा हुआ है, जो आईएमएफ के कर्ज़ पर चल रहा है। वह बार-बार आईएमएफ से कर्ज़ लेता है। जब हम अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देने पर चर्चा कर रहे हैं, तो यह समझना ज़रूरी है कि कुछ बुनियादी सिद्धांतों का सार्वभौमिक रूप से सम्मान किया जाना चाहिए। इनमें से एक बहुत ही महत्वपूर्ण सिद्धांत आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता है, जो पाकिस्तान के लिए उचित नहीं है।
संयुक्त राष्ट्र में पहलगाम हमले का ज़िक्र
पर्वतनेनी हरीश ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का हवाला देते हुए आतंकवादी मामलों में जवाबदेही की आवश्यकता पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देकर अच्छे पड़ोसी और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों की भावना का उल्लंघन करने वाले देशों को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद को किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इससे पहले, पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर मुद्दा और भारत के साथ सिंधु जल संधि पर चल रहे विवाद को उठाया था।

